टोक्यो (एजेंसी)। टोक्यो पैरालंपिक में अवनि लेखारा देश को पहला गोल्ड मेडल दिलाया। इतिहास रचते हुए अवनि लेखरा ने फाइनल मुकाबले में अवनि ने 249.6 पॉइट के साथ गोल्ड पर अपना कब्जा काबिज किया। अवनि शुरूआत से ही शानदार फॉर्म में नजर आर्इं और उन्होंने पूरे मैच में अपना दबदबा कायम रखा। अवनि देश की तरफ से पैरालंपिक गोल्ड मेडल जीतने वालीं पहली महिला खिलाड़ी हैं। पैरालंपिक में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी है।
Our young and talented para shooter @AvaniLekhara is ready to compete in 10m AR Standing SH 1 Qualification match in some time at #Tokyo2020
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— SAI Media (@Media_SAI) August 29, 2021
कौन है अवनि लखेरा
अवनि लखेरा जयपुर की रहने वाली है। इनके पिता प्रवीण लेखरा और माता श्वेता लेखरा है। अवनि 2012 में अपने पिता के साथ जयपुर से धौलपुर जा रही थी तब सड़क दुर्घटना में घायल हो गई थी। अवनी तीन महीने अस्पताल में भर्ती रहने के बावजूद रीड की हड्डी में चोट के कारण वह खड़े होने और चलने में असमर्थ हो गई। लेकिन अवनि ने इतने बड़े हादसे के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और आज देश का नाम दुनिया में रोशन किया है।
पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी
आपको बता दें अवनि लेखरा पैरालंपिक में गोल्ड जीतने वाली वाली पहली महिला खिलाड़ी हैं। इनके अलावा भाविना पटेल और दीपा मलिक पैरालंपिक खेलों में सिल्वर मेडल जीत चुकी है। अवनि लेखरा पैरालंपिक खेलों में गोल्ड जीतने वाली सिर्फ चौथी भारतीय खिलाड़ी हैं। भारत को पैरालंपिक खेलों में भारत को पहला स्वर्ण पदक 1972 में मुरलीकांत पेटकर ने दिलाया था।
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