कैनबरा (सच कहूँ न्यूज)। ऑस्ट्रेलिया ने यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान को लेकर उसके (रूस) के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मारिस पायने ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया ने रूसी सशस्त्र बलों, छह सैन्य कमांडरों और 10 व्यक्तियों पर पाबंदी लगाई है। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधों का यह नया दौर रूस के सशस्त्र बलों पर लक्षित वित्तीय प्रतिबंध लगाएगा। साथ ही यूक्रेन पर नौसैनिक, जमीनी और हवाई हमले करने के लिए जिम्मेदार अतिरिक्त छह वरिष्ठ रूसी सैन्य कमांडरों के खिलाफ लक्षित वित्तीय प्रतिबंध और यात्रा प्रतिबंध लगाएगा।
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार यूक्रेन के प्रति शत्रुता को बढ़ावा देने और क्रेमलिन समर्थन में प्रचार को बढ़ावा देने में भूमिका के लिए रूस 10 लोगों के खिलाफ भी प्रतिबंध लगा रहा है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार ऑस्ट्रेलिया में रूस की सरकारी मीडिया द्वारा प्रसारित सामग्री के प्रसार को निलंबित करने के लिए फेसबुक, ट्विटर और गूगल के साथ काम करना जारी रखेगी।
रूस ने दी प्रतिबंध बढ़ाने पर गैस आपूर्ति में कटौती की धमकी
मॉस्को (एजेंसी)। रूस ने कहा है कि अगर पश्चिमी देश रूसी तेल पर प्रतिबंध लगाते हैं, तो रूस जर्मनी के लिए अपनी मुख्य गैस पाइपलाइन को बंद कर देगा। यह जानकारी बीबीसी ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में दी। रूस के उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने चेतावनी दी कि रूसी तेल की अस्वीकृति का वैश्विक बाजार में विनाशकारी परिणाम दिखेंगे, जिससे तेल की कीमतें दोगुनी से अधिक बढ़कर 300 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएंगी। यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई के जवाब में रूस को सबक सिखाने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगी रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं।
जर्मनी और नीदरलैंड ने हालांकि सोमवार को इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया। उल्लेखनीय है कि यूरोपीय संघ अपने उपयोग का लगभग गैस का 40 प्रतिशत और तेल का 30 प्रतिशत हिस्सा रूस से खरीदता है। रूस से आपूर्ति बाधित होने पर वैकल्पिक आपूर्ति का अन्य स्रोत नहीं है। नोवाक ने कहा कि यूरोपीय बाजार में रूसी तेल का विकल्प जल्दी से खोजना असंभव होगा। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें अन्य स्रोत मिल भी जाते हैं, तो वे काफी महंगा होंगे। गौरतलब है कि रूस प्राकृतिक गैस का दुनिया का शीर्ष उत्पादक और कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। यूक्रेन पश्चिमी देशों से रूस पर इस तरह के प्रतिबंध लगाने के लिए आग्रह कर रहा है।
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