विभाग ने वाहनों की गति रोकने के लिए ब्रेकर तो बनाया लेकिन उस पर निशान लगाना भूले
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वाहन चालक हो रहे हादसों का शिकार, विभाग से ध्यान देने की गुहार
सच कहूँ/रिंकू गोंदर, निसिंग। सड़कों पर स्पीड ब्रेकर इसलिए बनाए जाते हैं ताकि वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगाकर दुर्घटनाओं को रोका जा सके। मगर आलम यह है कि यही स्पीड ब्रेकर अक्सर हादसों का कारण बन रहा है। करनाल कैथल स्टेट हाइवे (Karnal-Kaithal Road) पर बस्तली झाल से पीछे गुनियाणा की तरफ जाने वाली सड़क मोड़ पर बनाया गया गति अवरोधक यानी स्पीड ब्रेकर वाहन चालकों के लिए हादसों का कारण बन रहा है।
लोक निर्माण विभाग अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्टेट हाइवे करनाल कैथल मार्ग पर स्पीड ब्रेकर तो बना दिया है, लेकिन विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों ने न तो सफेद व पीली रंग की पट्टी बनाई है। जिससे वाहन चालकों को स्पीड ब्रेकर होने की जानकारी मिल सके। ऐसे में तेज रफ्तार गाड़ी का संतुलन बिगड़ जाता है और हादसा हो जाता है। ऐसा ही मंंगलवार की सुबह भी हुआ। जब मोड पर बना स्पीड ब्रेकर ट्रक चालक अमरीक सिंह को दिखाई नहीं दिया और ट्रक स्पीड ब्रेकर से उछलकर अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गया और खेतों में जा घुसा। वहीं स्टेट हाइवे पर जाम जैसी स्थिति बन गई।
चालक बोले, मौत का बन रहे कारण
ट्रक चालक अमरीक सिंह, वाहन चालक जोगिंद्र सिंह, राजबीर, रामजवारी, राजू अत्री, मोनू, सुनील सहित अन्य ने आरोप लगाया कि यहां लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्पीड ब्रेकर तो बना दिया है, लेकिन इस पर न तो विभाग द्वारा सफेद व पीली पट्टी लगाई है। जिस कारण हर रोज वाहन चालकों की जान पर बन रही है। इसके साथ ही दोपहिया वाहन चालक हर रोज ब्रेकर के कारण गिरकर चोटिल हो रहे है।
इससे पूर्व भी स्पीड ब्रेकर के कारण दो कार खेतों में उतरकर क्षतिग्रस्त हो चुकी है। उनका यह भी आरोप है कि यहां पर कोई भी गांव आस पास नहीं है और करनाल कैथल (Karnal-Kaithal Road) फोरलेन स्टेट हाइवे पर कहीं भी स्पीड ब्रेकर विभाग द्वारा नहीं बनाए गए है, लेकिन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने सरकार के नियम तोड़कर यह स्पीड ब्रेकर बना दिया है, जो वाहन चालकों के लिए मौत का कारण बन रहा है।
‘‘लोक निर्माण विभाग के जेइ राजेंद्र अरोड़ा ने मौके पर पहुंच स्पीड ब्रेकर को ठीक करवाया और सफेद पट्टी लगवाई। अरोड़ ने बताया कि स्पीड ब्रकेर की अधिकतम ऊंचाई 4 इंच होनी चाहिए। ब्रेकर के दोनों ओर 2-2 मीटर का स्लोप दिया गया है ताकि वाहन स्लो होकर बगैर झटका खाए निकल जाए। स्पीड ब्रेकर से पहले सडक पर चेतावनी चिंह् व चेतावनी बोर्ड भी लगाया गया है । जिससे दिन व रात में ब्रेकर वहान चालकों को दूर से ही नजर आ जाए।
राजेंद्र अरोड़ा, जेई लोक निर्माण विभाग।
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