न्यूयॉर्क (एजेंसी)। प्रसिद्ध लेखक सलमान रुश्दी अमेरिका के न्यूयॉर्क में चाकू से हुए हमले के बाद वेंटिलेटर पर हैं। रुश्दी के एजेंट ने मीडिया को बताया कि रुश्दी के हाथ की नसें कट गई थीं। यहां एक कार्यक्रम में शुक्रवार को उन पर चाकू से हमला हुआ था। उधर, इस हमले को “भयावह” बताते हुए व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने ट्वीट किया, “हम सभी उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। हम अच्छे नागरिकों और उन लोगों के आभारी हैं कि उन्होंने इतनी तेजी से मदद की।”
पुलिस ने क्या कहा…
उल्लेखनीय है कि यहां एक व्याख्यान के दौरान रुश्दी पर चाकू से हमला हुआ था। दुनिया के शीर्ष साहित्यिक पुरस्कारों के विजेता को पश्चिमी न्यूयॉर्क में चौटाउक्वा संस्थान में एक व्याख्यान देने से पहले मंच पर कम से कम दो बार चाकू मारा गया था। न्यूयॉर्क पुलिस ने कहा, “आज चौटाउक्वा में जो कुछ हुआ वह हमारे लगभग 150 वर्षों के इतिहास में किसी भी घटना के विपरीत एक घटना है।” हमलोगों ने हमलावर की पहचान कर ली है।
पुलिस ने कहा, “हमारा काम अभी सलमान रुश्दी के परिवार के लिए एक संसाधन बने रहना है। हम इस हमले की वजह को जानने के लिए एफबीआई के साथ काम कर रहे हैं।” वहीं, अंतरराष्ट्रीय मीडिया को भेजे एक ईमेल में रुश्दी के बुक एजेंट एंड्रयू वायली ने कहा, “खबर अच्छी नहीं है। सलमान की एक आंख खोने की संभावना है। उनकी बांह की नसें कट गई थीं और उनके लिवर में छुरा घोंपा गया है और वह क्षतिग्रस्त हो गया हौ।”
- रुश्दी 1980 के दशक में अपनी एक पुस्तक सेटेनिक वर्सेज को लेकर विवाद में आये थे
- ईरान के कट्टरपंथी तत्वों से उनको जान से मारने की धमकी मिली थी।
- रुश्दी की यह किताब ईरान में 1988 से प्रतिबंधित है।
- इस्लाम धर्म के मानने वाले बहुत लोगों का मानना है कि इसमें ईशनिंदा की गयी है।
- ईरान के तत्कालीन नेता अयातुल्लाह रोहल्ला खुमैनी ने रुश्दी की मौत का फतवा जारी किया था।
- रुश्दी की हत्या करने वाले को 30 लाख डॉलर से अधिक का ईनाम देने की घोषणा की गयी थी।
- ईरान सरकार ने उस फतवे अपने को अलग कर लिया था।
- बावजूद इसके रुश्दी के खिलाफ भावनायें बनी रहीं। उनकी विवादास्पद किताब भारत में भी प्रतिबंधित है।
- रुश्दी अंग्रेजी में लिखते हैं और लंदन में रहते हैं।
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