आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी में हुआ खुलासा
- बड़ा सवाल: किस आधार पर एरिया को लेकर किया जा रहा दावा
चंडीगढ़(अश्वनी चावला)। पंजाब-हरियाणा विधानसभा कॉम्पलेक्स के बंटवारे को लेकर पूरी तरह जंग लड़ने के मूड में नजर आ रही हरियाणा विधानसभा यह जंग कैसे लड़ेगी यह समझ से बाहर है। क्योंकि पंजाब-हरियाणा विधानसभा कंपलेक्स के बंटवारे को लेकर हुए समझौते व बंटवारे की कॉपी हरियाणा विधानसभा के पास मौजूद ही नहीं है और न ही उनके पास ऐसा कोई दस्तावेज है, जिससे यह साबित किया जा सके कि जब दोनों राज्यों के बीच बंटवारा हुआ तो कितनी जगह हरियाणा के हिस्से में आई थी और कितनी जगह पंजाब के हिस्से में आई थी।
हरियाणा विधानसभा में दस्तावेज मौजूद नहीं होने की बात कोई और नहीं बल्कि हरियाणा विधानसभा खुद ही बता रही है। हरियाणा विधानसभा में मौजूद दस्तावेजों की कॉपी को मंगवाने के लिए आरटीआई कानून का सहारा लिया गया था, ताकि यह पता किया जा सके कि हरियाणा विधानसभा की तरफ से जो मांग की जा रही है, उसमें सत्य क्या है? हरियाणा विधानसभा की तरफ से आरटीआई के तहत दिए गए जवाब में साफ तौर पर से कहा गया है कि हरियाणा विधानसभा के पास इस तरह की कोई जानकारी उपलब्ध ही नहीं है, मतलब सीधा है कि हरियाणा विधानसभा के पास कोई भी दस्तावेज मौजूद नहीं है।
आरटीआई में हुए इस खुलासे के बाद अब प्रश्न उठता है कि जब हरियाणा विधानसभा के पास दस्तावेज ही मौजूद नहीं है तो वह पंजाब विधानसभा के साथ इतनी बड़ी जंग किस तरीके से लड़ते हुए जीत पाएगा, क्योंकि किसी भी तरह की मीटिंग की बात की जाए या फिर अदालतों में केस करने की बात की जाए, सभी जगह पर दस्तावेज ही मुख्य भूमिका निभाने वाले हैं, परंतु यह मुख्य भूमिका में नजर आने वाले दस्तावेज हरियाणा विधानसभा के पास मौजूद नहीं है।
दिल्ली तक जाने की तैयारी में है हरियाणा
विधानसभा कॉम्पलेक्स में अधिक जगह लेने को लेकर हरियाणा विधान सभा सचिवालय की तरफ से पिछले काफी दिनों से बड़े स्तर पर बयानबाजी से लेकर कार्रवाई तक की जा रही है। विधानसभा के स्पीकर इस पूरे मामले को लेकर पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनोर तक पहुंच चुके हैं। ऐसे में यहां पर कोई राहत नहीं मिलने के पश्चात दिल्ली तक इस पूरे मामले को लेकर जाने की बात तक कही जा रही है। परन्तु सवाल वहीं पर खड़ा है, अगर हरियाणा विधानसभा के पास दस्तावेज ही नहीं है तो वह इतनी लंबी जंग कैसे लड़ेगा।
यह सत्य है, हमारे पास नहीं कोई दस्तावेज : स्पीकर
हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि यह सत्य है कि उनके पास इस तरह का कोई भी दस्तावेज इस समय मौजूद नहीं है। परंतु उन्हें लगता है कि यह सारे दस्तावेज चंडीगढ़ प्रशासन के पास जरूर होंगे और वह इन दस्तावेज को लेने की कोशिश कर रहे हैं।
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