- बिना चर्चा के नौ कल्याण बिल पारित
- बारह दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि भेंट
ChandiGarh, SachKahoon News: पंजाब विधानसभा के सोमवार को एक दिवसीय सत्र में पंजाब तदर्थ, ठेके, दिहाड़ी, अस्थायी, वर्क चार्ज्ड और आउटसोर्स कर्मचारी कल्याण बिल सहित 9 बिल बिना चर्चा के सर्वसम्मति से पारित कर दिए गए। विपक्ष की अनुपस्थिति में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पहले तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता, पूर्व मंत्री अवतार सिंह बराड़ सहित बारह दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी गई। उसके बाद सदन की बैठक करीब एक घंटे के लिये स्थगित कर दी गई।
नियमित होंगे अस्थायी कर्मचारी
बैठक शुरू होने पर नौ बिल पारित किए गए। चुनावोें के मद्देनजर सरकार ने जनकल्याण के कई बिल पारित किये। इनमें सबसे महत्वपूर्ण अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करने संबंधी बिल है जिसके तहत करीब 27 हजार कर्मचारी लाभान्वित होंगे । संसदीय कार्य मंत्री मदन मोहन मित्तल ने इस बिल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इतनी बड़ी संख्या में अस्थायी कर्मचारी नियमित होंगे। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की अगुवाई मेंं गठबंधन सरकार ने जन कल्याण का बड़ा काम किया है जिसे कांग्रेस की सरकार पूरा ही नहीं कर सकी थी। इतना ही नहीं कांग्रेस के राज में राजनीतिक नियुक्तियों को छोड़कर एक भी खाली पद नहीं भरा गया था। मित्तल ने कांग्रेस को कर्मचारी विरोधी बताते हुए कहा ‘मैं श्री बादल को इसके लिये बधाई देता हूं जिन्होंने अस्थायी कर्मचारियों को नियमित होने का इतना बड़ा मौका दिया। ज्ञातव्य है कि राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर जल्द ही चुनाव आचार संहिता लगने जा रही है। सरकार ने जनता को लुभाने के लिये इतनी बड़ी संख्या में अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करने का रास्ता खोेलकर कर्मचारियों का समर्थन हासिल करने की कोेशिश की है।
अन्य विधेयकों में सी.टी. यूनिवर्सिटी विधेयक 2016, पंजाब जलापूर्ति और सीवरेज संशोधन विधेयक 2016, पंजाब स्कूल शिक्षा बोेर्ड संशोधन विधेयक, रेगुलेशन आॅफ फी आॅफ अन एडेड एजूकेशनल विधेयक, पंजाब भगवान बाल्मीकि तीर्थ स्थल बोर्ड विधेयक, पंजाब राज्य महिला आयोग द्वितीय संशोधन विधेयक, पंजाब अलॉटमेंट आफ स्टेट गवर्मेंट लैंड विधेयक, अल्पसंख्यकों के लिए पंजाब राज्य आयोग विधेयक शामिल है। इसके बाद विधानसभा की बैठक अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दी गयी।