Wheat Crop: अप्रैल नजदीक आते ही निखरने लगा खेतों में खड़ा पीला सोना

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Kurukshetra News: अप्रैल नजदीक आते ही निखरने लगा खेतों में खड़ा पीला सोना

तैयारी में जुटा अन्नदाता, कुरुक्षेत्र जिला में है 2.75 हजार एकड़ गेहूँ का रकबा

कुरुक्षेत्र (सच कहूँ/देवीलाल बारना)। Wheat Crop: अन्नदाता की मेहनत गेहूँ की फसल अप्रैल नजदीक आते ही पीली दिखने लगी है। अन्नदाता के मन में आश है कि अब की बार उन्हें गेहूँ की फसल मुनाफा देकर जाए। हालांकि इस बार ठंड कम पड़ने के कारण गेहूँ की फसल का झाड कम आंका जा रहा था लेकिन मार्च महीने में हुई बरसात के कारण मौसम में बढ़ी ठंड के चलते फसल का उत्पादन भी ठीक-ठाक होता हुआ माना जा रहा है। Kurukshetra News

आमतौर पर कहा जाता है कि बैशाखी के आसपास गेहूँ की फसल पूरी तरह पककर तैयार हो जाती है। इस बार भी बैशाखी से पहले ही फसल की कटाई शुरू हो जाएगी। किसानों का मानना है कि मौसम में जितनी ज्यादा ठंड रहेगी, गेहूँ की फसल उतनी ही ज्यादा झाड़ देगी। गर्मी के कारण फसल जल्दी पकने से दाने का भार कम हो जाता है।

गेहूँ का रकबा है 2.75 लाख एकड़ | Kurukshetra News

इस बारे मे जब डीडीए डॉ. कर्मचंद से बात की गई तो उन्होने बताया कि कुरुक्षेत्र में गेहूँ की बिजाई का रकबा 2 लाख 75 हजार एकड़ है। इस जिले में सरसों की फसल की कटाई लगभग पूरी हो चुकी है। जबकि गेहूँ की फसल की कटाई अप्रैल माह के पहले सप्ताह से शुरू हो सकती है। कृषि विभाग ने किसानों का आह्वान किया है कि नियमित तौर पर खेतों का निरीक्षण भी करते रहें।

आग लगने पर प्रशासन सख्त

शॉर्ट सर्किट से आग न लगे इसके लिए प्रशासन ने एडवाईजरी जारी की है। कृषि विभाग ने किसानों को एडवाइजरी जारी की है कि जिन खेतों में बिजली के ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं, उनके आसपास खेत को पूरी तरह से साफ करें। कहा गया है कि तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में कई बार खेतों में ट्रांसफार्मरों से उठने वाली चिंगारी के कारण पक कर तैयार फसल में आग लग जाती है। ऐसे में खेत के पास लगे बिजली के ट्रांसफार्मर के नीचे से करीब 10 फुट दूर तक जमीन की पूरी तरह से सफाई करेंं। Kurukshetra News

किसानों ने शुरू की मशीनों की रिपेयरिंग

किसानों की गेहूँ की फसल खेतों में अब सुनहरीपन दिखने लगा है। गेहूँ की कटाई कुछ ही दिनों में शुरू हो जाएगी। वहीं जैसे ही मौसम में गर्मी बढ़ी और फसल का रंग सुनहरी होने तो किसानों ने भी सीजन में प्रयोग होने वाली मशीनरी की रिपेयर करना शुरू कर दिया है। इसमें सबसे पहले कंबाईन का काम शुरू होगा। किसानों के अनुसार कुछ दिनों में ही कंबाईन से कटाई शुरू हो जाएगी। वहीं इसके बाद तूड़ी बनाने के लिए रिपर, हाथ से कटाई की फसल में से गेहूँ व तूड़ी अलग करने के लिए थ्रैसर व हडंबा मशीनों की भी किसानों नें रिपेयर शुरू कर दी है।

कुरुक्षेत्र में 1749.9 एमटी सरसों की खरीद | Kurukshetra News

कुरुक्षेत्र की लाडवा, शाहबाद और इस्माईलाबाद सहित 3 मंडियों में सरसों की खरीद का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। इन मंडियों में हैफेड और हरियाणा वेयर हाउस कापोर्रेशन की तरफ से सरसों की फसल का खरीद कार्य किया जा रहा है। लाडवा मंडी में 26 मार्च तक 766 किसानों की 1082.80 मीट्रिक टन सरसों की फसल खरीदी जा चुकी है। इस फसल में से 702.45 एमटी फसल का उठान कार्य पूरा कर लिया गया है।

इस मंडी की तरफ से किसानों को 3 करोड़ 59 लाख की राशि का भुगतान किया जा चुका है। इस मंडी में हैफेड एजेंसी द्वारा खरीद का कार्य किया जा चुका है। शाहबाद अनाजमंडी में 26 मार्च तक 197 किसानों की 291.20 मीर्ट्रिक टन सरसों की फसल खरीदी जा चुकी है। उपायुक्त ने कहा कि इस्माईलाबाद मंडी में 241 किसानों की 375.90 मीट्रिक टन सरसों की फसल खरीदी गई है।

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