भाजपा पर लगाया वायदाखिलाफी का आरोप (Resigned)
नई दिल्ली (एजेंसी)। महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से खींचातानी के बीच केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार में शिवसेना के मंत्री अरविंद सावंत ने सोमवार को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। सावंत ने अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा कि भाजपा चुनाव पूर्व वादों से मुकर गई है। इसलिए उनके लिए केन्द्र सरकार में बना रहना नैतिक नहीं होगा। अत: उन्होंने केन्द्र सरकार से त्यागपत्र दे दिया है। इससे पहले सावंत ने ट्विटर पर अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा था कि वह अपने पद से त्यागपत्र दे रहे हैं।
भाजपा का इस फार्मूले से मुकरना चौंकाने वाली बात है
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में लोकसभा के चुनाव में भाजपा एवं शिवसेना में एक फार्मूले पर सहमति बनी थी और दोनों पक्ष आश्वस्त थे लेकिन भाजपा का इस फार्मूले से मुकरना चौंकाने वाली बात है। शिवसेना का पक्ष सत्य का है, भाजपा का नहीं। सावंत ने कहा, ‘शिवसेना का पक्ष सच्चाई है। इतने झूठे माहौल में दिल्ली सरकार में क्यों रहे और इसीलिए मैं केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूँ। भाजपा शिवसेना के बीच सीटों का बंटवारा 50-50 प्रतिशत तय था।
- लेकिन नतीजे आने के बाद भाजपा ने कहा कि ऐसे किसी करार पर बात नहीं हुई।
- अब केंद्र में काम नहीं कर सकता हूँ।’
- सावंत 2014 में पहली बार मुंबई दक्षिण सीट से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे।
- सदन में अत्यंत सक्रियता से काम करते हुए उन्होंने खासी लोकप्रियता अर्जित की।
- वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कई प्रमुख नेताओं के पराजित होने के बाद
सावंत को मोदी सरकार में शिवसेना कोटे से कैबिनेट मंत्री बनाया गया। उन्हें भारी उद्योग एवं लोक उपक्रम मंत्री बनाया गया था। राजनीति में आने से पहले वह महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) में इंजीनियर के रूप में नौकरी भी कर चुके हैं।
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