Athletics Championship: झारखंड में नेशनल स्कूल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में छाया सोनीपत का छौरा, 3 हजार मीटर रेस में जीता गोल्ड

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Athletics Championship: झारखंड में नेशनल स्कूल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में छाया सोनीपत का छौरा, 3 हजार मीटर रेस में जीता गोल्ड

परिवार में खुशी, जन्मदिन पर खुद को दिया गोल्ड मेडल का तोहफा

सोनीपत (सच कहूँ न्यूज़)। Athletics Championship: हरियाणा के सोनीपत जिले के रायपुर गांव के अरुण ने झारखंड में आयोजित 68वीं नेशनल स्कूल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया। अंडर-19 आयु वर्ग की 3 हजार मीटर दौड़ में अरुण ने अपने दमदार प्रदर्शन से पहला स्थान हासिल किया। उन्होंने यह रेस 8 मिनट 9 सेकेंड 25 मिलीसेकेंड में पूरी की। इससे पहले दिसंबर में 39वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में भी अरुण ने 10 हजार मीटर की रेस में कांस्य पदक जीता था। अरुण की इस उपलब्धि से उनके परिवार में खुशी का माहौल है। Sonipat News

नेशनल स्कूल एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन रांची के मोरहाबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में हुआ। सोमवार को लड़कों की 3 हजार मीटर दौड़ में 15 राज्यों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। हरियाणा के अरुण ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर दी और सबसे पहले फिनिश लाइन पार की। इस प्रतियोगिता में दूसरे और तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र के धावक रहे। हरियाणा के धावकों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से राज्य ने चैंपियनशिप में पहला स्थान हासिल किया।

लगातार बढ़ रहा है अरुण का प्रदर्शन, कई मेडल किए नाम | Sonipat News

अरुण के परिजनों ने बताया कि उनका प्रदर्शन हर प्रतियोगिता में बेहतर होता जा रहा है। 7 दिसंबर 2024 को ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित कलिंगा स्टेडियम में हुई नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अरुण ने 10 हजार मीटर की दौड़ में कांस्य पदक जीता था और 29 मिनट 43 सेकेंड 48 मिलीसेकेंड में दौड़ पूरी की थी। उन्होंने उस दौड़ में पिछले वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ा था। अगस्त 2024 में गुरुग्राम में राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ में 5 हजार मीटर रेस में उन्होंने 15 मिनट 15 सेकेंड 86 मिलीसेकेंड में दौड़ पूरी कर गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा, करनाल में 15 अक्तूबर को हुई हरियाणा स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी अरुण ने तीसरा स्थान हासिल किया था।

जन्मदिन पर मिला खास तोहफा, माता-पिता को किया समर्पित

अरुण के परिवार के लिए यह उपलब्धि और भी खास है क्योंकि सोमवार को अरुण का जन्मदिन था। पिता और मां का कहना है कि बेटे ने खुद को सबसे बड़ा तोहफा दिया है। अरुण ने अपनी जीत का श्रेय माता-पिता और कोच संदीप शर्मा को देते हुए कहा कि यह उनकी प्रेरणा और मेहनत का परिणाम है। उनका अगला लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम ऊंचा करना है और इसके लिए वे लगातार मेहनत कर रहे हैं। Sonipat News

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