- जम्मू-कश्मीर के एडीजी मुनीर खान ने कहा- धारा 144 हटाने का फैसला जिला कलेक्टर ही लेंगे
- एडीजी ने कहा- घाटी में साजिशन फर्जी वीडियो वायरल किए गए, हमने कार्रवाई की
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों और सुरक्षा इंतजामों के सवाल पर एडीजी मुनीर खान ने कहा कि राज्य में सबकुछ ठीक है। आप 15 अगस्त का जश्न कहीं भी मना सकते हैं। राज्य में कानून व्यवस्था और हालात नियंत्रण में हैं। श्रीनगर जिले और अन्य कुछ जगहों पर छिटपुट घटनाएं हुईं हैं, जिन्हें स्थानीय स्तर पर ही सुलझा लिया गया। कोई बड़ी घटना नहीं हुई।
जम्मू-कश्मीर में लगी पाबंदी पर खान ने कहा, ‘‘राज्य से पाबंदी, धारा 144 हटाने का फैसला जिला कलेक्टर ही लेंगे। घाटी में साजिश के तहत फर्जी वीडियो फैलाए जा रहे हैं। कुछ वीडियो देखे गए, जो 2016 और 2010 के हैं। इन पर कार्रवाई की जा रही है। राज्य में सुरक्षा को लेकर यदि हम कुछ कह रहे हैं, तो आप उसकी पुष्टि कर सकते हैं।’’
15 अगस्त की तैयारियों पर पूरा ध्यान: एडीजी
एडीजी ने कहा, “हमारा पूरा ध्यान इसी पर है कि 15 अगस्त की तैयारियों में कोई गड़बड़ी न हो और इसे शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जाए। फिलहाल, संवेदनशील स्थानों पर ही पाबंदी लागू है। कश्मीर के स्कूल और कार्यक्रम वाले स्थानों पर पाबंदियां हटा ली गई हैं।”
पुलिस विभाग ने कहा, ‘‘अनंतनाग कलेक्टर खालिद जहांगिर के नाम से सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें चलाई जा रही हैं। कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर ने मामले की जांच का जिम्मा साइबर सेल को सौंप दिया है। साइबर टीम फर्जी खबरें फैलाने वाले संदिग्ध व्यक्ति को तलाश रही है। हमारी अपील है कि किसी भी तरह की फर्जी खबरों पर विश्वास न करें। खबरों की पुष्टि करें।”
5 अगस्त को हटाया गया था अनुच्छेद 370
गृह मंत्री अमित शाह ने 5 अगस्त को राज्यसभा में अनुच्छेद 370 खत्म करने का प्रस्ताव रखा था। इसके कुछ देर बाद ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अधिसूचना जारी कर दी। जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा खत्म कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश होंगे। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी। इस फैसले के बाद से ही राज्य में तनाव का माहौल है। यहां फोन और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई।