नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। नवनियुक्त सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा है कि बदलती स्थितियों में सेना को मौजूदा तथा भविष्य की हर तरह की चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। देश के 29वें सेना प्रमुख का कार्यभार संभालने वाले जनरल पांडे को रविवार को यहां साउथ ब्लॉक के लॉन में गार्ड आॅफ आॅनर पेश किया गया। इस मौके पर नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी भी मौजूद थे। निवर्तमान सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त होने के बाद जनरल पांडे ने नए सेना प्रमुख का कार्यभार संभाला है ।
सभी तरह की चुनौतियों से निपटने के लिए सेना तैयार
बाद में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए जनरल पांडे ने कहा कि मौजूदा समसामयिक और भविष्य की सभी तरह की चुनौतियों से निपटने के लिए सेना को उच्च स्तर पर पूरी तरह तैयार रखना, उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। यूक्रेन रूस युद्ध की ओर संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि भू राजनीतिक स्थिति बहुत तेजी से बदल रही है और हमारे सामने कई चुनौतियां हैं। यह सेना का कर्तव्य है कि वह अन्य दोनों सेनाओं के साथ मिलकर किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि उनके पूर्ववर्ती अधिकारियों ने जो कार्य शुरू किए थे उन्हें आगे बढ़ाया जाये।
सेना की संचालन तथा कार्य दक्षता को बढ़ाने पर विशेष जोर
जनरल पांडे ने कहा कि वह सैन्य सुधारों, पुनर्गठन और सेना की संचालन तथा कार्य दक्षता को बढ़ाने पर विशेष रूप से ध्यान देंगे। उन्होंने कहा कि सेना की क्षमता बढ़ाने तथा आधुनिकीकरण की दिशा में उनकी कोशिश स्वदेशीकरण और आत्मनिर्भरता के माध्यम से सेना को नई प्रौद्योगिकी से लैस करने की होगी। सेना प्रमुख नियुक्त किए जाने को अपने लिए गौरव का विषय बताते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय सेना का देश की सुरक्षा और अखंडता को बनाए रखने का गौरवशाली इतिहास है।
साथ ही सेना राष्ट्र निर्माण में भी बड़ा योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि तीनों सेनाओं के बीच सहयोग तथा तालमेल बढ़ाकर एकीकरण की दिशा में काम करना भी उनका उद्देश्य है। जनरल पांडे ने कहा कि वह नौसेना तथा वायु सेना के प्रमुखों से भलीभांति परिचित हैं और तीनों सेनाओं के बीच तालमेल की यह एक अच्छी शुरूआत होगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि तीनों सेनाएं मिलकर राष्ट्रीय सुरक्षा की दिशा में दृढ़ता से काम करेंगी। उल्लेखनीय है कि तीनों सेनाओं के प्रमुख राष्ट्रीय रक्षा अकादमी एनडीए के 61वें कोर्स में एक साथ रहे हैं।
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