आतंकवाद पर होगा अब करारा प्रहार: सेना प्रमुख और कमांडर्स ने सख्त रणनीति के तहत की बड़ी तैयारी

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आतंकवाद पर होगा अब करारा प्रहार: सेना प्रमुख और कमांडर्स ने सख्त रणनीति के तहत की बड़ी तैयारी

अब होगा कुछ बड़ा ! सेना प्रमुख और कमांडर्स की अहम बैठक

नई दिल्ली। भारत ने आतंकवाद की जड़ों को उखाड़ फेंकने के अपने संकल्प को और अधिक दृढ़ किया है। इसी दिशा में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी का जम्मू-कश्मीर दौरा न केवल सैन्य दृष्टिकोण से बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के व्यापक परिप्रेक्ष्य से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। Kashmir News

सेना प्रमुख ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर पहुंच कर सुरक्षा स्थिति की गहन समीक्षा की और आगामी रणनीति पर शीर्ष अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। इस उच्चस्तरीय बैठक में उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा, उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एम.वी. सुचिंद्र कुमार, सेना के उपप्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा तथा 15 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव उपस्थित रहे।

बैठक में सुरक्षा प्रणाली के विभिन्न पहलुओं, अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक रणनीतियों और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के समन्वय को सशक्त बनाने पर विस्तृत चर्चा हुई। सेना प्रमुख ने विक्टर फोर्स तथा 15 कोर मुख्यालय का दौरा कर जमीनी हालात की प्रत्यक्ष जानकारी ली। सेना प्रमुख ने राज्य के उपराज्यपाल से मुलाकात कर हालात की समीक्षा की और पुलिस महानिदेशक से सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर संवाद किया। यह दौरा 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले के परिप्रेक्ष्य में और भी अधिक महत्त्वपूर्ण हो जाता है, जिसमें निर्दोष पर्यटकों की जान गई थी।

भीषण हमले के बाद सेना ने पूरे क्षेत्र में सघन अभियान प्रारंभ किया है

इस भीषण हमले के बाद सेना ने पूरे क्षेत्र में सघन अभियान प्रारंभ किया है। संभावित आतंकी ठिकानों की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और आकाश से निगरानी के लिए हेलिकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने स्पष्ट कहा है कि इस क्रूर कृत्य में शामिल प्रत्येक आतंकी और उसके समर्थकों को कठोरतम दंड दिया जाएगा। उन्होंने सेना प्रमुख से आग्रह किया कि वे आतंकवाद के ढांचे को पूरी तरह नष्ट करने की दिशा में निर्णायक कार्रवाई करें।

इस बीच, नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी का भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है, यह एक स्पष्ट संकेत है कि भारत अब किसी भी उकसावे को अनुत्तरित नहीं छोड़ेगा। यह समय है जब देश एकजुट होकर उन सभी तत्वों के विरुद्ध खड़ा हो, जो भारत की संप्रभुता और शांति को चुनौती देते हैं। सेना का यह अभियान आतंक के विरुद्ध एक स्पष्ट और सशक्त संदेश है—अब केवल चेतावनी नहीं, कार्रवाई होगी। Kashmir News

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