Drug Addiction: ओढां (सच कहूँ/राजू)। पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद भी नशे पर अंकुश नहीं लग रहा। बुधवार को रोड़ी में 19 वर्षीय एक युवक नशे के कारण मौत की भेंट चढ़ गया। पिछले करीब 2 माह के अंतराल में रोड़ी क्षेत्र में नशे के कारण 5 युवकों की मौत हो चुकी है। मृतक के पिता रोड़ी निवासी भोला सिंह के मुताबिक उसका 19 वर्षीय बेटा गोरख सिंह पिछले करीब 5 वर्षों से नशे की लत का शिकार था। पिछले कुछ दिनों से उसके पास नशे की पूर्ति के लिए पैसे न होने के चलते उसे बुरी तरह से नशे की तोड़ लगी हुई थी। Sirsa News
इसी के चलते उसने कहीं से अधिक नशीली गोलियों की डोज ले ली। जिसके बाद बुधवार देर सायं उसे ओवरडोज के कारण उल्टियां लगने के चलते अस्पताल ले जाया गया था। जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतक के पास से एक खाली सीरिंज व एक नशे की गोली बरामद हुई। परिजनों ने बिना किसी पुलिस कार्रवाई के युवक का अति गमगीन माहौल में वीरवार को अंतिम संस्कार कर दिया। नशे के कारण हो रही मौतों के बाद लोगों में भय का माहौल है। करीब 10-12 दिन पूर्व एडीजीपी की नशा मुक्ति टीम ने रोड़ी में नशा मुक्ति शिविर लगाया था। टीम ने नशा करने वाले युवाओं की सूची भी बनाई थी। बताया जा रहा है कि टीम नशा पीड़ित मृतक युवक गोरख सिंह के घर भी गई थी। लेकिन वह टीम के साथ नशा छोड़ने के लिए नहीं गया।
गोली का पाउडर बनाकर सीरिंज से लगाते हैं | Sirsa News
रोड़ी में नशे का मक्कड़जाल बड़ी मात्रा में फैला हुआ है। लेकिन पुलिस प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रहा। जिसके चलते पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस चाहे तो एक गोली भी नहीं बिक सकती। लेकिन रोड़ी में नशा बड़ी मात्रा में बिक रहा है। नशा करने वाले युवक नशीली गोलियों का पाउडर बनाकर सीरिंज में भरकर शरीर की नसों में लगाते हैं। जोकि सीधे रूप से मौत का कारण बनता है। रोड़ी पंजाब के साथ सटा हुआ क्षेत्र है। वहां से आसानी से मेडिकल नशा मिल जाता है।
नशे को लेकर हुई थी महापंचायत | Sirsa News
रोड़ी में नशे पर लगाम कसने के उद्देश्य से कुछ समय पूर्व महापंचायत भी हुई थी जिसमें आस-पड़ोस के गांवों के लोग व पंचायतें भी शामिल हुई। जिसके बाद ग्रामीणों ने कमेटी का गठन भी किया। कमेटी ने काफी कोशिश भी की, लेकिन नशा तस्कर भारी पड़े। गांव में नशे के कारण हो रही मौतों के कारण लोगों में एक तरह से भय बन गया है। लोगों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि गांव के युवाओं को बचाया जाए।
बेटे को बहुत समझाया था: पिता भोला सिंह
मृतक के पिता भोला सिंह ने रोते हुए कहा कि उसने अपने बेटे को नशा न करने के लिए बहुत बार समझाया था। लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी। मृतक गोरख सिंह ने 9वीं तक पढ़ने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। वह एक हलवाई की दुकान पर कार्य करता था। मृतक का पिता भोला सिंह लोडिंग के कार्य में मजदूरी कर जैसे-तैसे कर अपने परिवार का गुजारा करता है। भोला सिंह ने बताया कि कुछ दिन पूर्व नशा मुक्ति टीम ने उनके घर आ कर गोरख सिंह को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करते हुए फार्म भरवाया था। लेकिन उसके बेटे ने उनके साथ जाने से मना कर दिया। Sirsa News