ठेका प्रथा बंद कर आरएलएसडीसी बोर्ड के माध्यम से एडॉप्ट करने की मांग
- संविदा एवं निविदा पर कार्यरत कर्मचारियों ने निकाला पैदल मार्च | Hanumangarh News
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। बजट घोषणा 2023 के अनुसार ठेका प्रथा समाप्त कर आरएलएसडीसी बोर्ड का गठन करवा सभी अस्थाई कार्मिकों को इस बोर्ड के माध्यम से एडॉप्ट करने की घोषणा सात माह बीत जाने के बाद भी पूरी नहीं होने पर संविदा एवं निविदा पर कार्यरत कर्मचारियों में राज्य सरकार के खिलाफ नाराजगी है। इसके ख्लिााफ जिला अस्पताल में संविदा एवं निविदा पर कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर, हेल्पर, गार्ड सहित अन्य कर्मचारी पिछले सात दिनों से रोजाना दो घंटे कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। Hanumangarh News
बावजूद इसके सुनवाई न होने से नाराज संविदा एवं निविदा पर कार्यरत कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाने के लिए बुधवार को एकदिवसीय सांकेतिक कार्य बहिष्कार किया। साथ ही संविदा एवं निविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले टाउन के राजकीय जिला चिकित्सालय से जिला कलक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाला। जिला कलक्ट्रेट के समक्ष प्रदर्शन कर मांग के संबंध में मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
संविदा एवं निविदा कर्मचारी संघ हनुमानगढ़ के संरक्षक चन्द्रभान तिवाड़ी ने बताया कि मुख्यमंत्री की ओर से बजट घोषणा-2023 के बिन्दु संख्या 159 में सभी राजकीय कार्यालयों में ठेका प्रथा बंद कर, आरएलएसडीसी बोर्ड का गठन कर, राजस्थान के सभी अस्थाई कार्मिकों को आरएलएसडीसी बोर्ड के माध्यम से एडॉप्ट किए जाने की घोषणा की गई थी किन्तु घोषणा के सात माह बाद भी अभी तक राज्य सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की कार्यवाही प्रारम्भ नहीं की गई है। अब जल्द ही आचार संहिता लगने वाली है।
राज्य सरकार से मांग है कि आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए ठेका प्रथा बंद करवाने एवं सभी अस्थाई कार्मिकों को इस बोर्ड के माध्यम से एडॉप्ट किए जाने की मांग पूरी की जाए। अन्यथा अस्थाई कार्मिक आंदोलन तेज करने को मजबूर होंगे। इस मौके पर समिति जिलाध्यक्ष लालचन्द मौर्य, सचिव केशव कुमार, नरेन्द्र राठौड़, श्याम सुन्दर, केशव पूनिया आदि मौजूद थे। Hanumangarh News
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