नई दिल्ली (एजेंसी)। समाजसेवी अन्ना हजारे शुक्रवार से एक बार फिर अनशन की राह पर हैं। अन्ना रामलीला मैदान में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कर रहे हैं। हालांकि उनकी प्रमुख मांगों में अभी भी लोकपाल विधेयक को पारित कराना शामिल है। लेकिन इसके अलावा भी वो 6 अन्य मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हैं। अन्ना ने हड़ताल से पहले कहा कि, ‘मैंने सरकार को 42 बार पत्र लिखा। मगर सरकार ने नहीं सुनी। अंत में मुझे अनशन पर बैठना पड़ा। इस बार आश्वासन पर आंदोलन खत्म नहीं होगा। मांग पूरी करवाए बिना यहां से नहीं हटूंगा।
हड़ताल से पहले अन्ना ने बापू को किया याद
आंदोलन शुरू होने से पहले अन्ना हजारे राजघाट पहुंचे। यहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और प्रार्थना भी की। राजघाट में प्रार्थना करने के बाद अन्ना हजारे शहीदी पार्क पहुंचे। यहां शहीदों को याद करने के बाद अन्ना सीधे रामलीला मैदान पहुंचे, जहां भूख हड़ताल की शुरूआत हो गई। इस आंदोलन में अन्ना का साथ देने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज एवं कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त एन संतोष हेगड़े भी रामलीला मैदान पहुंचे।
क्या है अन्ना हजारे की 7 मांगें
- किसानों के कृषि उपज की लागत के आधार पर डेढ़ गुना ज्यादा दाम मिले।
- खेती पर निर्भर 60 साल से ऊपर उम्र वाले किसानों को प्रतिमाह 5 हजार रुपए पेंशन।
- कृषि मूल्य आयोग को संवैधानिक दर्जा तथा सम्पूर्ण स्वायत्तता मिले।
- लोकपाल विधेयक पारित हो और लोकपाल कानून तुरंत लागू किया जाए।
- लोकपाल कानून को कमजोर करने वाली धारा 44 और धारा 63 का संशोधन तुरंत रद्द हो।
- हर राज्य में सक्षम लोकायुक्त की नियुक्त किया जाए।
- चुनाव सुधार के लिए सही निर्णय लिया जाए।