प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के लिए पशुपालन विभाग विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कर रहा है। जिसे अपनाकर युवा न केवल आत्मनिर्भर बन सकते हैं, बल्कि नस्ल सुधार द्वारा दुग्ध उत्पादकता को बढ़ाकर अच्छा मुनाफा भी कमाया जा सकता है। पशुपालन विभाग विभिन्न बैंकों की मदद से डेरी यूनिट, पशुपालन करने के लिए 1 लाख से 50 लाख तक का ऋण तथा विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 25% से 90% तक अनुदान राशि मुहैया करवा रहा है
हाईटेक डेयरी योजना-
इस योजना के अंतर्गत चार प्रकार की डेयरी यूनिट स्थापित की जा सकती है। चार दुधारू पशु तथा 10 दुधारू पशु की यूनिट पर बैंक द्वारा दिए गए ऋण का 25% अनुदान पशुपालन विभाग द्वारा दिया जाता है। 20 तथा 50 पशुओं की यूनिट स्थापित करने पर बैंक ऋण पर लगने वाले ब्याज का भुगतान 5 वर्ष तक पशुपालन विभाग करता है।
पशुपालकों के लिए विशेष योजनाएं-
अनुसूचित जाति के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया करवाने के लिए पशुपालन विभाग द्वारा दो से तीन दुधारू पशुओं की डेयरी यूनिट स्थापित करने के लिए 98000 से तीन लाख तक का ऋण बैंकों से दिलवाया जाता है।
कैसे करें आवेदन
हरियाणा राज्य का 18 से 55 वर्ष का नागरिक इन योजनाओं का लाभ ले सकता है। आवेदन करने के लिए आवेदक को आधार कार्ड, पैन कार्ड, परिवार पहचान पत्र, बैंक पासबुक व कैंसिल चेक के साथ सरल हरियाणा पोर्टल पर आवेदन करना होता है। इसके अलावा ऋण लेने के लिए संबंधित बैंक का अनापत्ति प्रमाण पत्र तथा अनुसूचित जाति के लिए जाति प्रमाण पत्र भी आवश्यक है। पशुपालक सरल हरियाणा पोर्टल पर स्वयं भी आवेदन कर सकते हैं तथा अटल सेवा केंद्र या अंत्योदय सेवा केंद्र का सहारा भी ले सकते हैं।
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