Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana: नाथूसरी चोपटा, भगत सिंह। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जमा प्रीमियम राशि एक साल बाद वापस किसानों के खातों में जमा करवाने के मामले में नाराज किसानों ने धरना शुरू कर दिया है। गांव चाहर वाला, कागदाना, शाहपुरिया, खेड़ी, कुम्हारिया के किसानों का आरोप है कि साल 2023 की सावनी फसल की मुआवजा राशि देने की बजाए बैंक ने बीमे की प्रीमियम राशि वापस कर दी। सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत किसानों ने कागदाना स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा के बाहर धरना शुरू कर दिया है। किसानों ने जमकर नारेबाजी की ओर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। Sirsa News
बीमा प्रीमियम राशि वापस न कर मुआवजा दिलवाने की मांग | Sirsa News
धरना स्थल पर पहुंचे शाखा प्रबंधक ने किसानों को बताया कि बीमा प्रीमियम राशि पोर्टल पर अपलोड नहीं हुई है, इसलिए वापस की जा रही है। धरनारत जगतपाल, जगदीश, महावीर, रोहतास, विजय कुमार, कुलदीप, मांगेराम, विकास, सुंदर सहित सैकड़ों किसानों ने बैंक के सामने धरना देकर जोरदार नारेबाजी की और बीमा प्रीमियम राशि वापस न कर मुआवजा दिलवाने की मांग की। उन्होंने बताया कि साल 2023 सावनी की फसल कॉटन इत्यादि का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत की प्रीमियम राशि जमा कराई थी।
इस क्षेत्र के करीब दर्जन भर गांवों के किसानों का खाता एसबीआई बैंक शाखा कागदाना में है। एक ओर किसान मुआवजे की बाट जोह रहे थे। वहीं बैंक ने कड़वा मजाक कर दिया। साल 2023 में बीमा की प्रीमियम राशि किसानों ने जमा करा दी थी। इसके लगभग 1 साल बाद बीमा प्रीमियम राशि को किसानों के खातों में वापिस लौटा दिया गया है। किसान घटना से सदमे में हैं। किसानों का कहना है कि यह किसानों के साथ किसी हादसे से कम नहीं है।
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