स्वास्थ्य मंत्री के भरोसे के बाद भी मेडिकल सुपरडैंट ने नहीं मानी मांगें
- कर्मियों के गुस्से को देखते मेडिकल सुपरडैंट ने अस्पताल से ली छुट्टी
- स्वास्थ्य मंत्री के मामला फिर से ध्यान में लाने के लिए कर्मियों ने 22 को कार्यालय व रिहायश पर धरना देने का किया ऐलान
पटियाला। (सच कहूँ/नरेन्द्र सिंह बठोई) द् क्लास फोर्थ गर्वमैंट इम्पलाईज यूनियन पंजाब, जिला शाखा द्वारा सरकारी माता कौशल्या अस्पताल में तैनात मेडिकल सुपरडैंट (Patiala News) ने कॉन्टैक्ट, आउटसोर्स चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की मांगों को अनदेखा करने व ठेकेदारों की लूट को बचाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है व इसे लेकर संघर्ष 10 अप्रैल से लगातार जारी है लेकिन मेडिकल सुपरडैंट अपनी जिद्द पर अड़ा हुआ है व स्वास्थ्य मंत्री के भरोसे के बाद भी कर्मियों की मांगों को मानने के लिए राजी नहीं हो रहा।
जानकारी देते राज्य प्रधान दर्शन सिंह लुबाना ने बताया कि मेडिकल सुपरडैंट द्वारा मांगों से मुकरने के बाद भड़के कर्मियों ने वीरवार को फिर यहां मेडिकल सुपरडैंट कार्यालय के समक्ष धरना देकर नारेबाजी की। जब कर्मियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया तो यह सब देख मेडिकल सुपरडैंट छुट्टी लेकर अस्पताल से चले गए। इस सबसे रोष में आए कर्मियों ने अस्पताल कॉम्पलैकस में रैली कर ऐलान कर दिया कि इस मसले की तरफ स्वास्थ्य मंत्री का ध्यान फिर से दिलाने के लिए 22 अप्रैल को उनके कार्यालय पंचायत भवन में धरना देकर निजी रिहायश की तरफ झंडा मार्च किया जाएगा, जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन व मेडिकल सुपरडैंट की होगी।
लुबाना ने बताया कि 15 अपै्रल को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने टैलीफोन पर हुई बातचीत दौरान भरोसा दिया था कि मेडिकल सुपरडैंट को कहा गया है कि मांगों पर बात करके निपटारा किया जाए, (Patiala News) परंतु मेडिकल सुपरडैंट ने मंत्री के आदेशों की भी धज्जियां उड़ा कर रख दी हैं। इस मौके दीप चन्द हंस, बलजिन्द्र सिंह, जगमोहन सिंह, माधो लाल राही, राम लाल रामा, अनिल गागट, जगतार बाबा, हरबंस सिंह, दर्शन मलेवाल, अजय सिप्पा, अरुन कुमार सहित अन्य मौजूद थे।
ये हैं मुख्य मांगें
- मुख्य मांग ठेकेदारी प्रथा का खात्मा हो।
- कम से कम मजदूरी पर साल 2020 व 2022 का बकाया की अदायगी हो।
- साल 2015 से ठेकेदार कर्मियों को 8:33 के बोनस की अदायगी नहीं हो रही।
- सफाई कर्मियों व चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की कमी दूर हो।
- सभी कच्चे कर्मी पक्के किए जाएं।
- ईपीएफ का हिसाब दिया जाए व ईएसआई के कार्ड बनाए जाएं।
- वेतन हर महीने समय पर दिया जाए व पंजाब सरकार द्वारा 18 अप्रैल को कम से कम मजदूरों में किया विस्तार बकाया सहित दिया जाए।
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