धरने पर बैठी छात्राओं ने यूनिवर्सिटी में की तोड़फोड़ | Nursing Students Protest
फतेहगढ़ साहिब (सच कहूँ/अनिल लुटावा)। देश भगत यूनिवर्सिटी में मैनेजमैंट और नर्सिंग विद्यार्थियों के बीच तनाव दिन-प्रति दिन बढ़ता जा रहा है। नर्सिंग की छात्राएं पिछले कई दिन से देश भगत यूनिवर्सिटी के आगे धरने पर बैठी हैं, जिस कारण यूनीवर्सिटी में अन्दर से बाहर व बाहर से अन्दर जाना बिल्कुल बन्द हुआ पड़ा है। देश भगत यूनिवर्सिटी के स्टाफ और कर्मचारियों द्वारा वीरवार को पुलिस और प्रशासन कर मदद से जबरदस्ती यूनिवर्सिटी का गेट खुलवा दिया, जिसे लेकर विद्यार्थियों ने जबरदस्त नारेबाजी की। Nursing Students Protest
डिप्टी कमिशनर द्वारा पीड़ित विद्यार्थियों और यूनिवर्सिटी मैनेजमैंट से बातचीत करने के बाद भी नहीं सुलझा मामला
इस मौके नर्सिंग विद्यार्थियों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी द्वारा क्षमता से अधिक विद्यार्थियों को दाखिला दिया गया है। इस बात को लेकर विद्यार्थियों द्वारा यूनीवर्सिटी के गेट के आगे धरना दिया जा रहा है। गुस्से में आए विद्यार्थियों ने यूनिवर्सिटी कैंपस में तोड़फोड़ भी की। विद्यार्थियों को शांत करने के लिए एसपी राकेश यादव, डीएसपी अमलोह हरपिन्दर कौर गिल, तहसीलदर अमलोह दिव्या सिंगला, नायब तहसीलदार मंडी गोबिन्दगढ़ हरनेक सिंह, डीएसपी गुरबंस सिंह बैंस, डीएसपी रविन्द्र सिंह काहलो सहित प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे, लेकिन विद्यार्थियों ने दोबारा फिर गेट के आगे धरना शुरू कर दिया।
विद्यार्थियों का आरोप, देश भगत यूनिवर्सिटी के पास सिर्फ 60 सीटें, जबकि दाखिला 130 को
वहीं नर्सिंग के विद्यार्थियों ने कहा कि वह 2020 बैच के विद्यार्थी हैं, जब उनको दाखिला दिया गया था तो कहा गया था कि आपको इंडियन नर्सिंग कौंसिल द्वारा ही डिग्रियां प्रदान की जाएंगी, जबकि अब यूनिवर्सिटी द्वारा अपने की एक कॉलेज लाल सिंह मैमोरियल कॉलेज की डिग्रियां प्रदान की जा रही हैं जो कि मान्यता प्राप्त नहीं हैं। विद्यार्थियों का कहना है कि यूनीवर्सिटी द्वारा कहा जा रहा है कि आपको तीन साल की फीस रिफंड कर देते हैं लेकिन जो हमारे तीन सुनहरी साल बर्बाद हुए हैं, उसकी भरपाई कौन करेगा। Fatehgarh Sahib News
बीते दिनों डिप्टी कमिशनर को लिखे पत्र में पीड़ित विद्यार्थियों ने लिखा था कि यूनीवर्सिटी ग्रांट कमिशन यूजीसी, पंजाब नर्सिंग रजिसट्रेशन कौसिंल पीएनआरसी इंडियन नर्सिंग कौंसिल आईऐनसी से पता किया जाए कि इस कॉलेज द्वारा प्रदान की गई डिग्रियां मान्यता प्राप्त हैं या नहीं। विद्यार्थियों ने यह भी आरोप लगाया कि देश भगत यूनिवर्सिटी के पास सिर्फ 60 सीटें हैं, जबकि इन्होंंने दाखिला 130 के करीब विद्यार्थियों को दे रखा है। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा लिखित सभी मांगों संबंधी इंडियन नर्सिंग कौंसिल, पंजाब नर्सिंग रजिसट्रेशन, कौंसिल, यूनीवरसिटी, ग्रांट कमिशन से बात कर पूरे मामले की जांच की जाएगी।
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