किसान की मौत पर फूटा गुस्सा

एक करोड़ मुआवजा और परिवार के सदस्य को नौकरी की मांग

  • मांगें न मानने तक अंतिम संस्कार से इंकार

भिवानी/चरखी दादरी। चरखी दादरी की ढाणी फोगाट गाँव में चल रहे किसान धरने पर एक किसान की मौत हो जाने के बाद से किसानों में गुस्सा और रोष है। किसानों ने मृतक किसान राम अवतार को शहीद का दर्जा देने के साथ-साथ एक करोड़ मुआवजा व आश्रितों को नौकरी देने की प्रदेश सरकार से मांग की है। शव का तब तक दाह संस्कार नहीं करेंगे, जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती है।

रविवार को ढाणी फोगाट धरना स्थल पर सैकड़ों किसान एकत्रित हुए और आंदोलन की व्यापक रूप से रूपरेखा तैयार की

धरने पर पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं की भी भागीदारी रही। वहीं किसानों की अधिक संख्या को देखते हुए और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जिला पुलिस व रेलवे पुलिस प्रशासन के द्वारा भी पुख्ता इंतजाम किए गए।  किसान धरने पर पहुंचे फोगाट प्रवक्ता ने बताया कि जमीन के मुआवजे को लेकर हो रही परेशानी की वजह से किसान की मृत्यु हुई है। इसके जिम्मेदार प्रशासन और सरकार है।

हमारी मांग है कि मृतक किसान राम अवतार के परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद के साथ घर में एक सरकारी नौकरी दी जाये। मृतक किसान को शहीद का दर्जा दिया जाये। अब हमारे सब्र का बांध टूट चुका है। अब हम लघु सचिवालय जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे और तब तक नही हटेंगे जब तक हमारी मांगें नहीं मान ली जाती।