नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद को 7,02,044 वोट मिले। उन्हें 65 साल के दौरान राष्ट्रपति बने 7 कैंडिडेट्स से ज्यादा वोट हासिल हुए। हालांकि वे कलाम और प्रणब मुखर्जी समेत 6 राष्ट्रपतियों से आगे नहीं निकल पाए। चुनावों में अब तक की सबसे ज्यादा (99%) वोटिंग 2017 के राष्ट्रपति चुनाव में ही हुई थी। एनडीए को उम्मीद थी कि कोविंद को 70% वोट मिलेंगे। लेकिन वे 65.65% वोट हासिल कर पाए।
इस बार किसे कितने वोट?
- कुल वोटिंग हुई थी: 10,69,358
- जीत के लिए जरूरी थे: 5,34,680
- मीरा को मिले: 3,67,314
- कोविंद को मिले: 7,02,044 यानी कुल वोटों के 65.65% और मीरा से दोगुने
इनसे पीछे रह गए कोविंद
- 2012 प्रणब मुखर्जी 7,13,763
- 2002 अब्दुल कलाम 9,22,884
- 1997 के. आर. नारायणन 9,56,290
- 1987 आर. वेंकटरमण 7,40,148
- 1982 ज्ञानी जैल सिंह 7,54,113
- 1974 फखरुद्दीन अली अहमद 7,54,113
राष्ट्रपति चुनाव में हुई थी 99% वोटिंग
राष्ट्रपति इलेक्शन में सोमवार को करीब 99% वोटिंग हुई थी। रिटर्निंग अधिकारी अनूप मिश्रा ने बताया कि यह अब तक की सबसे ज्यादा वोटिंग है। लोकसभा (543) और राज्यसभा (233) में कुल 776 सांसद हैं। लोकसभा और राज्यसभा से दो-दो सीट खाली हैं। बिहार के सासाराम से बीजेपी के सांसद छेदी पासवान के पास वोटिंग का अधिकार नहीं था। इस तरह 771 सांसदों को वोट डालना था, लेकिन 768 सांसदों ने ही वोटिंग की।
वहीं टीएमसी के तापस पाल, बीजेडी के रामचंद्र हंसदह और पीएमके के अंबुमणि रामदौस ने वोट नहीं डाले। ये सभी लोकसभा सांसद हैं। दोनों सदनों में 99.61% वोटिंग हुई। देश में 31 विधानसभाएंं हैं। इनमें 4120 एमएलए हैं। इनमें 10 सीट खाली है और एक विधायक अयोग्य है। इस तरह, 4,109 विधायकों को वोट डालना था, लेकिन 4,083 ने वोटिंग की। यानी कुल 99.37% वोटिंग हुई।
मोदी ने दी जीत की बधाई
कोविंद ने कहा ये बेहद भावुक मौका है। राष्ट्रपति पद के लिए चुना जाना मेरा लक्ष्य नहीं था। अब संविधान की रक्षा मेरा कर्तव्य होगा और मैं सर्वे भवंतु सुखिन: की भावना से काम करूंगा। मोदी-अमित शाह और मीरा कुमार ने कोविंद को जीत की बधाई दी। उधर, मोदी ने मीरा कुमार को बधाई दी और कहा- उन्होंने जिस भावना के साथ चुनाव लड़ा, उस पर हम सबको गर्व है।
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