मानवता की भलाई के लिए इको फ्रैंडली बिल्डिंग बनाना है उद्देश्य
- पूज्य गुरु जी को दिया सफलता का श्रेय
चंडीगढ़ (सच कहूँ/एम.के. शायना)। चंडीगढ़ निवासी अनाहिता गर्ग ने जेईई मेन-2023 की परीक्षा में (JEE Main Result 2023) पूरे भारत में 8वां रैंक हासिल कर पूरे चंडीगढ़ का नाम रोशन किया है। अनाहिता गर्ग की आयु 17 वर्ष है। उन्होंने पिछले एक साल से निक्स इंस्टीच्यूट से आॅनलाईन पढ़ाई की है। अनाहिता ने इससे पहले जेईई मेन जनवरी सैशन की परीक्षा में भी अच्छे अंक प्राप्त किए थे।
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इसके अलावा 10वीं कक्षा 98.8 फीसदी अंकों से पास की है। 12वीं कक्षा में 93.8 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। अनाहिता ने बताया कि जेईई मेन में सफलता के लिए मैंने आॅनलाईन कोर्स के अनुसार तैयारी की। उन्होंने बताया कि फिजिक्स, कैमिस्ट्री व गणित में थ्योरी को क्लियर करने के साथ-साथ अभ्यास पर अधिक जोर दिया।
पूज्य गुरू जी के पावन मार्गदर्शन से ही सब कुछ हुआ संभव
अनाहिता गर्ग ने बताया कि पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए मैं हमेशा मेडिटेशन का अभ्यास करने के बाद ही पढ़ाई करना शुरू करती थी, इससे मेरा आत्म विश्वास मजबूत हुआ। उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु जी द्वारा बताए गए टिप्स के अनुसार मैंने आपने दिमाग में इमेज बनाकर पढ़ाई की, जिससे मेरा दिमाग हर चीज को कैच करने में सक्षम बन गया।
उल्लेखनीय है कि अनाहिता गर्ग के पिता अशोक गर्ग आर्कीटैक्चर व उनकी माता मीनाक्षी गर्ग इंटीरियर डिजाईनर हैं। अनाहिता ने बताया कि मेरी सफलता में मेरी माता-पिता के साथ-साथ मेरे बड़े भाई का भी सहयोग है। वह मुझे समय समय पर प्रेरित करते रहते थे। मेरे भाई जैविन गर्ग ने भी पिछले साल जेईई मेन परीक्षा में पूरे भारत में 6वां रैंक हासिल किया था। अपने भाई की इस सफलता ने मुझे और मजबूत बनाया।
पूज्य गुरु जी द्वारा डिजाईन की गई कारें व बिल्डिंगें देखकर इस फील्ड को चुना।
अनाहिता गर्ग (Anahita Garg) का परिवार लम्बे समय से डेरा सच्चा सौदा के साथ जुड़ा हुआ है। अनाहिता के पिता अशोक गर्ग ब्लॉक चंडीगढ़ में 15 मैंबर जिम्मेवार के तौर पर सेवाएं निभा रहे हैं। उनकी माता मीनाक्षी गर्ग डेरा सच्चा सौदा के 85 मैंबर के तौर पर सेवाएं निभा रहे हैं। उनकी माता मीनाक्षी गर्ग ने बताया कि पूज्य गुरू जी द्वारा डिजाईन की गई कारें व बिल्डिंगों को देखकर मेरी बेटी के दिल में जिज्ञासा पैदा हुई व उसने मन बना लिया कि इस फील्ड में बहुत कुछ अच्छा कर भारत देश का नाम रोशन किया जा सकता है। अनाहिता गर्ग के पिता ने बताया कि डेरा सच्चा सौदा शुरू से मानवता भलाई कार्यों को समर्पित है।
इसी तरह मेरी बेटी भी पूज्य गुरु जी के मार्ग-दर्शन अनुसार प्रकृति की देखभाल करते हुए इको फ्रैंडली बिल्डिंगों का निर्माण करना चाहती है। उन्होंने बताया कि मेरी बेटी मानवता भलाई के काम करते हुए पूरी दुनिया में भारत देश का नाम रोशन करना चाहती है, जिसमें में हम अपनी बेटी का हर संभव सहयोग करते रहेंगे। उन्होंने बताया कि बेटियों को भी अच्छी परवरिश दी जाए तो बेटियां-बेटों से भी कहीं ज्यादा नाम रोशन कर सकती हैं। फिलहाल अनाहिता गर्ग के घर पड़ोसियों का तांता लगा हुआ है और सभी उन्हें बधाईयां दे रहे हैं व एक-दूसरे का मुंह मीठा करवा रहे हैं।