चंडीगढ़। सड़क हादसे में मारे गए अभिनेता दीप सिद्धू के भाई ने खुलासा (Amritpal wanted) किया है कि उनके परिवार ने भगोड़े खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह को सिद्धू के भाई द्वारा बनाए गए ‘वारिस पंजाब दे’ का वारिस मानने से इनकार कर दिया था। इसके बाद अमृतपाल ने इसी नाम से नई संस्था बनाई। इसके साथ ही फरवरी 2022 में सड़क हादसे में मारे जाने से पहले दीप सिद्धू ने अमृतपाल का फोन नंबर भी ब्लॉक कर दिया था।
अमृतपाल अभियान : गिरफ्तार 353 में से 197 रिहा | Amritpal wanted
‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल व उसके समर्थकों के खिलाफ पिछले शनिवार से पंजाब पुलिस के चलाये अभियान के दौरान प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के तौर पर गिरफ्तार 353 लोगों में से 197 को रविवार शाम तक रिहा कर दिया गया। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि पिछले आठ दिनों में उक्क्त 353 के अलावा 40 लोगों को आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाया गया है और सात पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के निदेर्शानुसार प्रदेश में सभी पुलिस अधीक्षकों व पुलिस आयुक्तों को निर्देश दिये गये हैं कि किसी निर्दोष व्यक्ति को अनावश्यक परेशान न किया जाए।
उन्होंने कहा कि निर्देश दिया गया है कि किसी को हिरासत ( Amritpal wanted) में लेने से पहले जांच अधिकारी और उनके वरिष्ठ अधिकारी उपलब्ध प्रमाण देखें और खुद को संतुष्ट करें। महानिदेशक ने लोगों से शांति व भाईचारे का माहौल बनाये रखने व अफवाहों या फेक न्यूज पर ध्यान न देने की अपील करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में है। पुलिस ने आज भी कई इलाकों में फ्लैग मार्च, नाकाबंदी, गश्त जैसी गतिविधियां जारी रखीं।
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