एडवाइजरी बोर्ड के सवाल पर यह जवाब मिला
चंडीगढ़। हाईकोर्ट के तीन न्यायाधीशों के सलाहकार बोर्ड ने (amritpal singh news) ‘वारिस पंजाब डे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उनके सहयोगियों के खिलाफ दायर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के बारे में सुनवाई शुरू कर दी है। सोमवार को सेक्टर-68 स्थित वन भवन में हुई पहली सुनवाई में अमृतसर के डीसी-कम-डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट हरप्रीत सिंह सूदन और अमृतसर के एसएसपी (ग्रामीण) सतिंदर सिंह व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हुए और अपना पक्ष रखा। सूत्रों के अनुसार, सलाहकार बोर्ड ने जिलाधिकारी और एसएसपी से अमृतपाल सिंह और अन्य व्यक्तियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) लगाने के बारे में पूछा, तो वरिष्ठ अधिकारियों ने पंजाब की मौजूदा स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि यह आवश्यक था। जनहित में एनएसए लगाना, अन्यथा स्थिति बिगड़ने की आशंका थी।
क्या है मामला
आपको बता दें कि ‘वारिस पंजाब’ के मुखिया अमृतपाल सिंह (amritpal singh news) के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत मामला दर्ज करने के 36 दिन बाद पंजाब पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया है. इस मामले में अमृतसर के आठ साथियों हरजीत सिंह उर्फ चाचा, दलजीत सिंह कलसी, गुरमीत सिंह, कुलवंत सिंह धालीवाल, वरिंदर सिंह फौजी, भगवंत सिंह बजेके उर्फ प्रधान, बसंत सिंह और गुरिंदरपाल सिंह औजला को नामजद किया गया है। ये सभी डिब्रूगढ़ जेल में भी बंद हैं।
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