लखनऊ। (सच कहूँ न्यूज) ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख (Amritpal Singh) अमृतपाल सिंह और उनके साथियों के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों द्वारा लाए गए एनएसए को कोर्ट में चुनौती दी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक सलाहकार बोर्ड की रिपोर्ट आने के बाद एनएसए को चुनौती देने के लिए याचिका दायर की जाएगी। उधर, वकीलों ने अमृतपाल के पांच साथियों के मामले में हाईकोर्ट में दायर रिट याचिका वापस ले ली है। इसका कारण वकीलों को डिब्रूगढ़ जेल में अभियुक्तों से मिलने और उनकी नजरबंदी के आधार के बारे में सूचित करने की अनुमति देना है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन पांच लोगों की रिट याचिकाएं (Amritpal Singh) वापस ली गई हैं उनमें गुरमीत सिंह बुकनवाला, कुलवंत सिंह रौके, भगवंत सिंह प्रधान मंत्री बाजेके, बसंत सिंह दौलतपुरा और वरिंदर सिंह फौजी शामिल हैं। इनके अलावा दलजीत कलसी के संबंध में दायर रिट याचिका भी हाईकोर्ट से वापस ले ली गई है। उनके खिलाफ एनएसए के आदेश को चुनौती देने के लिए अब एक नई याचिका दायर की जाएगी।
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस (Amritpal Singh Arrested) असम की डिब्रूगढ़ जेल ले गई। वहीं अमृतपाल सिंह के 9 साथियों को पहले ही पंजाब पुलिस एनएसए के तहत गिरफ्तार कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज चुकी है। अब अमृतपाल सिंह के आने की खबर को देखते हुए डिब्रूगढ़ जेल में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इसके साथ ही असम पुलिस के एलीट ब्लैक कैट कमांडो, सीआरपीएफ (सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स) और जेल के सुरक्षाकर्मियों को जेल के आसपास तैनात किया गया है।
दरअसल, हाल ही में आरोपियों के वकीलों ने डिब्रूगढ़ जेल जाकर उनसे मुलाकात की। साथ ही हिरासत में लिए जाने के आधार की भी जानकारी ली। इसके बाद सलाहकार बोर्ड की रिपोर्ट के बाद नजरबंदी के आधार पर वकील एनएसए को चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं।
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