Aloo ki Kheti: बरसात के बाद आलू की बिजाई कैसे करें जानिये…

Aloo ki Kheti
Aloo ki Kheti: बरसात के बाद आलू की बिजाई कैसे करें जानिये...

आलू की अच्छी फसल के लिए सावधानी जरूरी है: डॉ. सीबी सिंह

कुरुक्षेत्र (सच कहूँ/देवीलाल बारना)। Potato Farming: आजकल लगातार मौसम परिवर्तनशील हो रहा है और बरसात के होने से किसान आलू की फसल की बिजाई को लेकर चिंतित हैं। किसान मौसम को देखते हुए लगातार कृषि विशेषज्ञों, कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि अधिकारियों से परामर्श मांग रहे हैं। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. सी. बी सिंह ने बताया कि जानकारियां मिल रही हैं कि कुछ किसानों ने तो अगेती बिजाई के लिए आलू का बीज भी निकाल रखा है। अगेती फसल लगाने को बरसात को देखते हुए किसान रुके भी हुए हैं। Aloo ki Kheti

डॉ. सिंह के अनुसार अक्तूबर महीना शुरू हो रहा है तो आलू की बिजाई शुरू हो जाती है। कृषि वैज्ञानिक सिंह ने कहा कि आलू की फसल को लाभकारी एवं रोग मुक्त करने के लिए निरंतर अनुसंधान जारी हैं। उन्होंने बताया कि आज भारतीय कृषि में विदेशों से भी बेहतर आलू की किस्में आ चुकी हैं। इन फसलों से अधिक लाभ एवं अच्छी फसल लेने के लिए कुशल कृषि विशेषज्ञों एवं कृषि वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन जरूरी है। किसानों को आलु की फसल से जुड़ी विभिन्न जानकारियां विस्तार पूर्वक लगातार देते हैं। मौसम परिवर्तन का बार बार होना भी फसल के उत्पादन को प्रभावित करता है।

आलू की बिजाई से पूर्व बीज उपचार करान जरूरी: डॉ. सिंह

डॉ. सीबी सिंह ने किसानों को आलु की फसल में विभिन्न कीट तथा रोगों के बारे में व उनके समाधान के बारे में बताते हुए कहा कि आलू की बिजाई से पूर्व बीज उपचार अवश्य करें। इससे अच्छी फसल एवं रोगमुक्त फसल हो सकती है। डॉ. सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में तो आलू की ऐसी किस्में है जिन में पानी की बचत के साथ साथ कीटनाशकों एवं उर्वरकों के खर्चों से भी बचा जा सकता है। Aloo ki Kheti

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