झिंवरेहड़ी के ग्रामीण ने शहरी विकास एवं निकाय मंत्री को साैंपी थी शिकायत, जांच शुरू | Karnal News
घराैंडा (सच कहूँ न्यूज)। Gharaunda News: झिंवरेहड़ी गांव के सरपंच व पूर्व सरपंच पर पंचायत की भूमि पर अवैध कब्जा, पेड़ों की अवैध कटाई और पंचायत फंड का दुरुपयोग करने का मामला सामने आया है। हरियाणा सरकार के शहरी विकास एवं निकाय मंत्री को ग्रामीणों ने कष्ट निवारण समिति की बैठक में पूरे मामले की शिकायत करते हुए विजिलेंस जांच की मांग की थी। जिस पर मंत्री ने संज्ञान लिया और जिला उपायुक्त को जांच के आदेश दे दिए थे। जिला उपायुक्त ने डीडीपीओ को पूरे मामले की जांच कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट जमा करवाने के आदेश जारी कर दिए है। Karnal News
झिंवरेहड़ी गांव के शिकायतकर्ता सलिंद्र कुमार व नंबरदार धर्मपाल ने शिकायत में आरोप लगाया है कि झिवरेहड़ी गांव की 7 हैक्टेयर खाली पड़ी पंचायत भूमि पर 2020-2021 में वन विभाग द्वारा 7700 शीशम के पेड़ लगाए गए थे। यह पेड़ तीन साल बाद पंचायत को सौंपे जाने थे, लेकिन सरपंच सुषमा देवी और उनके ससुर राजबीर ने मिलीभगत कर बिना वन विभाग की अनुमति के हजारों हरे-भरे पेड़ों को कटवाकर बेच दिया। इस मामले की शिकायत उपायुक्त करनाल और सीएम विंडो में की गई थी। वन विभाग द्वारा की गई जांच में पेड़ों के अवशेष पाए गए और फोटोग्राफ्स भी लिए गए। वन विभाग ने इस शिकायत को सही पाया और बीडीपीओ को कार्रवाई के लिए लिखा गया, लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।
आरोपाें की फेहरिस्त | Karnal News
सरपंच ने डेरा सच्चा सौदा द्वारा 15 अगस्त 2021 को स्टेडियम में लगाए गए 160 पौधों को मिट्टी डलवाने की एवज में नष्ट कर दिया। यही नहीं, सरपंच ने पंचायत की भूमि पर अवैध कब्जा कर वहां मोबाइल टावर लगवाया और पंचायत फंड का दुरुपयोग करके चारदीवारी और गली बनाई। इसके अलावा, पूर्व सरपंच ने पंचायत की जमीन में रास्ता बनाया था, जिसे मौजूदा सरपंच ने रंजिश के चलते उखाड़ दिया और ईंटों को खुर्दबुर्द कर दिया। Karnal News
एक व्यक्ति और कई पोस्ट
शिकायत में गांव के जोहड़ का पानी निकालने और मंदिर के पास वाले जोहड़ को मनरेगा के बजाए जेसीबी से खुदवाने के भी आरोप हैं। गांव में एक ही व्यक्ति कई पोस्ट पर कार्यरत है और पंचायत के कार्यों में उसके परिवार के सदस्यों की दिहाड़ी चढ़ाई जाती है। शिकायतकर्ता सलिंद्र ने बताया कि जिला उपायुक्त ने डीडीपीओ को जांच के आदेश दे दिए है। हालांकि सरकार पेड़ लगाने के लिए अभियान चलाए हुए है, और पेड़ लगाने के लिए पैसे भी देती है, लेकिन जो लोग पेड़ाेें को ही काट कर खुदबुर्द कर गए, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई होती है, वह देखने वाली बात है?
क्या कहते है अधिकारी
डीडीपीओ कृष्ण लाल ने बताया कि आज में बाहर हूं। रिकॉर्ड चेक करके ही बताया जा सकता है कि झिंवरेहड़ी की कोई शिकायत कार्यालय में पहुंची है या नहीं। शिकायत के अनुसार जो भी कार्रवाई होगी, वह की जाएगी। Karnal News
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