दिल्ली एनसीआर में सभी स्कूल बंद, पाकिस्तान में लगा लॉकडाउन
नई दिल्ली/हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। New Delhi: भारत की राजधानी दिल्ली व पाकिस्तान के लाहौर और मुल्तान शहरों में बढ़ते वायु प्रदूषण ने हालात को गंभीर बना दिया है। यह कहे कि वायु गुणवत्ता सूचकांक डेथ लेवल पर पहुंच गया है तो भी कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। देश की राजधानी दिल्ली एनसीआर में जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 1000 को पार कर गया तो वहीं पाकिस्तान के लाहौर और मुल्तान शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 2000 से भी ऊपर पहुंच गया। स्वास्थ्य एडवाइजरी के अनुसार जहां हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि इंसान का जिंदा रहना मुश्किल है।
भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने भी वायु प्रदूषण के बिगड़ते स्तर पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली एनसीआर में कक्षा पहली से 12वीं कक्षा तक सभी स्कूलों को अनिश्चितकाल तक बंद करने के निर्देश दिए हैं। ताकि स्कूली बच्चों को जहरीली हवा से बचाया जा सके। सूचना और पर्यावरण संरक्षण मंत्री मरियम औरंगजेब ने इस मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस में चिंता व्यक्त की। उन्होंने वायु प्रदूषण के स्वास्थ्य जोखिमों की तुलना कोविड-19 महामारी से की, इस मामले की गंभीरता पर जोर देते हुए। पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने एयर क्वालिटी इंडेक्स के खतरे के स्तर पर पहुंचने के कारण, अगले सप्ताह तीन दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया है। New Delhi
लाहौर और मुल्तान में एयर क्वालिटी इंडेक्स 2000 के पार चला गया है, जो अत्यंत खतरनाक है और स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। इस स्थिति का सामना करने के लिए सरकार और लोगों को मिलकर उपाय करने होंगे। वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए वाहनों की संख्या सीमित करना, उद्योगों से निकलने वाले धुएं पर नियंत्रण और जन जागरूकता जैसे कदम उठाना जरूरी होगा। प्रदूषण कम करने के लिए परिवहन और निर्माण में हरी प्रथाओं को बढ़ावा देना भी आवश्यक है। वायु प्रदूषण से निपटने के लिए मजबूत नीतियों का क्रियान्वयन और लंबे समय के लिए प्लानिंग एक महत्त्वपूर्ण कदम होगा, ताकि इस खतरनाक संकट का मुकाबला किया जा सके। New Delhi
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