Weather Updates: हिसार सच कहूँ/संदीप सिंहमार। दक्षिण पश्चिम मानसून के समय से पहले दस्तक देने के बावजूद भी उत्तर भारत में अभी गर्मी से उम्मीद से कम राहत मिली है। उत्तर भारत में जब प्री मानसून की बौछारें गिरेंगी तब हीट वेव के कहर से निजात मिल पाएगी। फिलहाल जो बूंदाबांदी हो रही है, वह पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण हो रही है। वर्तमान में भारत मौसम विभाग ने राजस्थान पंजाब, हरियाणा दिल्ली व उत्तरप्रदेश के लिए तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई है। यह तेज हवाएं धूल भरी आंधी भी हो सकती है। आंधी के कारण एक तरफ जहां लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। वहीं दूसरी तरफ अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जाएगी। एक दिन पहले शनिवार को भी आंधी आने से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई, लेकिन मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि जब तक अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा, इसे हीट वेव ही कहा जाएगा। Weather Today
धरती के ऊपर आकाश हैं तो आखिर आकाश के ऊपर क्या हैं? यहां पढ़ें इसका जवाब
वर्तमान के मौसम में मौसम वैज्ञानिकों ने लोगों से सावधान रहने की अपील की है। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार मध्य अरब सागर के कुछ और भागों, दक्षिण अरब सागर के शेष भागों, लक्षद्वीप और केरल, कर्नाटक के कुछ भागों, तमिलनाडु के कुछ और भागों तथा दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी में अगले दो दिनों में मानसून के आगमन के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल होती जा रही हैं। पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी अफ़गानिस्तान और उससे सटे पाकिस्तान पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में है। उत्तर-पूर्व असम और उसके आस-पास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण से एक द्रोणिका दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश, दक्षिण बिहार,उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम से होते हुए निचले स्तरों पर पश्चिमी बांग्लादेश तक फैली हुई है।
मध्य गुजरात और उसके आस-पास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण् बना हुआ है जो समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत पर अक्षांश 8° उत्तर के पास एक कतरनी क्षेत्र समुद्र तल से 3.1 और 4.5 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। केरल तट के पास दक्षिण-पूर्वी अरब सागर पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
यहाँ हुई बारिश | Weather Today
पिछले 24 घंटों के दौरान,अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश हुई। केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो बार भारी बारिश हुई। मेघालय, असम, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हुई। मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल, लक्षद्वीप, उत्तरी तमिलनाडु के कुछ हिस्से और हिमाचल प्रदेश में भी बारिश हुई। तटीय कर्नाटक, गोवा, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, उत्तरी मध्य प्रदेश और दक्षिणी कोंकण और गोवा में हल्की बारिश हुई।
उत्तर प्रदेश,राजस्थान व हरियाणा में बूंदाबादी,पर अभी भी लू जारी | Weather Today
दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश,राजस्थान और जम्मू कश्मीर में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई। हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश,पंजाब के कई हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ स्थानों और राजस्थान के एक या दो स्थानों पर लू से लेकर भीषण लू की स्थिति बनी रही। विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा,हिमाचल प्रदेश,झारखंड और तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बनी।
अब ऐसा रहेगा मौसम
अगले 24 घंटे के दौरान,लक्षद्वीप, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, सिक्किम,उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर बिहार में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। अगले दो दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में गरज के साथ बारिश के साथ धूल भरी आंधी चल सकती है। विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल,पश्चिमी हिमालय और कोंकण् और गोवा में हल्की बारिश संभव है। 2 जून को उत्तर और पश्चिमी राजस्थान,पंजाब,हरियाणा,झारखंड, बिहार और ओडिशा के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बन सकती है और उसके बाद इसमें कमी आ सकती है।
6 राज्यों के लिए बारिश का आॅरेंज अलर्ट
मौसम विभाग की मानें तो अरुणाचल प्रदेश, असम, सिक्किम, मेघालय, पश्चिम बंगाल और केरल में भारी बारिश का आॅरेंज अलर्ट जारी किया है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के अरब सागर और बंगाल की खाड़ी लक्षद्वीप की ओर बढ़ने के कारण अगले दो दिनों में इसके केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु पर असर देखने को मिलेगा। आईएमडी ने 8 जून तक अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और त्रिपुरा में हल्की बारिश, बिजली और तेज हवाएं चलने का अनुमान लगाया है।