करनाल (सच कहूँ न्यूज)। आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंख्ला में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए बुधवार को अतिरिक्त उपायुक्त करनाल डॉ. वैशाली शर्मा की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग का आयोजन किया गया। अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि 23 मई से 29 मई 2022 तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति प्रोग्राम चलाया जाएगा। इस प्रोग्राम का मुख्य उदेश्य 1 से 19 वर्ष के सभी बच्चों एवं 20 से 24 वर्ष आयु की सभी महिलाओं जोकि गर्भवती न हो तथा स्तनपन न करवा रही हो, को कृमि मुक्त करना है।
उन्होंने कहा कि एल्बेडांजोल की गोली पूर्णत: सुरक्षित व प्रभावशाली है। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस अभियान में पूरा सहयोग देकर इसको कामयाब बनाएं तथा आमजन से यह अपील की कि 23 मई से 29 मई 2022 के बीच में ए.एन.एम, आशावर्कर व आगंनवाड़ी वर्कर द्वारा दी जान वाली एल्बेडांजोल की गोली को अपने बच्चों को अवश्य खिलाएं ताकि भारत की भावी पीढ़ी को तन्दुरूस्त बनाया जा सके।
23 से 29 मई तक चलाया जाएगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति प्रोग्राम
सिविल सर्जन डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि स्कूल हैल्थ कार्यक्रम के अर्न्तगत राष्ट्रीय कृमि मुक्ति प्रोग्राम के तहत 1 से 19 वर्ष के लगभग 4.5 लाख बच्चों को एएनएम, आशा वर्कर एवं आगंनवाड़ी वर्कर के माध्यम से एल्बेडांजोल की गोली घर-घर जाकर नि:शुल्क खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान जो बच्चे किसी कारणवश छूट जाएंगे उन्हें 27 मई से 29 मई 2022 तक मोप अपरॉउड के दौरान एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। इस अवसर पर उप सिविल सर्जन डॉ. कुलबीर, डॉ. नीलम, डॉ. मंजु पाठक, डॉ. कैलाश, डॉ. नरेश, डॉ. शीनु, डॉ. अमन सहित अन्य मौजूद रहे।
बच्चों में खून की कमी मुख्य कारण
सिविल सर्जन ने यह भी बताया कि बच्चों में खून की कमी का एक मुख्य कारण कृमि (पेट के कीड़े) होते हंै, जिस कारण बच्चों के विकास में कमी आ जाती है, इसलिए अपने घरों व आस-पास के इलाके में साफ-सफाई का ध्यान रखे, खाने-पीने की चीजों को ढक कर रखें, फल व सब्जियों को उपयोग से पहले साफ पानी से धोएं, साफ पानी पीएं, मिटटी में खेलते व चलते समय जूते-चप्पल पहने, खुले में शौच न करें, हमेशा शौचालय का प्रयोग करें एवं खाना खाने से पहले व शौच जाने के बाद हाथ साबुन से अवश्य साफ करें ताकि कृमि रोग से बचा जा सके।
सिविल सर्जन ने बताया कि गंभीर कृमि संक्रमण से कईं लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे पेट दर्द, जी मिचलना, उल्टी, दस्त, कमजोरी, वजन कम होना, रोग प्रतिरोधक शक्ति का कम होना और पढाई में ध्यान न लगना। बच्चें में कीड़े की मात्रा जितनी अधिक होगी, संक्रमण के लक्षण उतने अधिक होंगे। बच्चों में खून की कमी (अनीमिया) बच्चों के विकास में बाधा आती है।
एल्बेंडाजोल गोली के फायदे
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स्वास्थ्य और पोषण में सुधार
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रोग प्रतिरोधक शक्ति में वृिद्ध
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अनीमिया पर नियंत्रण
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सीखने की क्षमता और कक्षा में उपस्थिति में सुधार
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