Martyrs Day: अक्षरा इंटरनेशनल स्कूल में शहीदी दिवस को लेकर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन 

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Pehowa News: अक्षरा इंटरनेशनल स्कूल में शहीदी दिवस को लेकर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन 

पिहोवा (सच कहूँ न्यूज़)। Pehowa News: अक्षरा इंटरनेशनल स्कूल में शहीदी दिवस को लेकर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अक्षरा स्कूल में भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की पुण्यतिथि पर शहीदों को नमन किया और श्रद्धांजलि अर्पित की। जिसमें स्कूल के बच्चों ने लघु नाटक के द्वारा भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव के जीवन को दर्शाया की किस तरह उन्होंने हंसते-हंसते अपने प्राणों का बलिदान देश के खातिर दिया और फांसी के फंदे पर झूल गए। बच्चों ने मेरा रंग दें बसंती चोला, भारत माता की जय और सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है कि और कितना बाजुए कातिल में है जैसे गानों और नारों से पूरा स्कूल गूंज ने लगा। Kurukshetra

स्कूल चेयरपर्सन पूनम काहड़ा ने कहा की आज आजाद भारत के लिए एक ऐसा खास दिन है, जिसे इतिहास के पन्नों में हमेशा याद किए जाने की जरूरत है। देश की आजादी के लिए कई क्रांतिकारियों और वीर सपूतों ने अपने प्राण हंसते-हंसते कुर्बान कर दिए। उन्हीं वीर देशभक्तों में भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव का नाम भी शामिल है, जिनकी शहादत की याद में 23 मार्च को हर साल शहीद दिवस के रूप मे मनाया जाता है।

23 मार्च 1931 को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को अंग्रेजों ने फांसी दी थी। हालांकि उन्हें फांसी देने की तारीख एक दिन बाद की थी लेकिन अंग्रेजी हुकूमत देशवासियों के आक्रोश से खौफजदा थी, इसलिए चुपके से एक रात पहले ही उन्हें फांसी के फंदे से लटका दिया गया। देश के वीर सपूतों ने भी हंसते -हंसते अपनी जान भारत के नाम कर दी। प्रिंसिपल शोबे मैथ्यू ने बच्चों से कहा शहीदी दिवस के मौके पर शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के साथ हर क्रांतिकारी और भारतीय सैनिकों को सम्मान देते हुए उन्हें सलाम करें। साथ ही देशभक्ति के जज्बे को बढ़ाने के लिए शहीद भगत सिंह के क्रांतिकारी विचार पढ़ें जो युवाओं को जोश से भर देंगे। Kurukshetra

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