अखंड सुमिरन मुकाबले में हरियाणा का काबड़ी ब्लॉक रहा प्रथम
- पानीपत के काबड़ी ब्लॉक के 7986 सेवादारों ने 23,83,964 सुमिरन किया
- दूसरे स्थान पर पंजाब का ब्लॉक सादे के मोहन रहा, जिसने 19,26,839 घंटे सुमिरन किया
- टॉप-10 में हरियाणा के 7 ब्लॉक और पंजाब के 3 ब्लॉकों ने बनाई जगह
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत के बीच चल लगातार चल रहे अंखड सुमिरन(Akhand Simran) मुकाबले में इस बार 1 दिसंबर से 31 दिसंबर-2021 के बीच दुनियाभर के 577 ब्लॉकों के 5,27,127 सेवादारों ने 5,35,81,037 घंटे रामनाम का जाप कर सृष्टि की भलाई और सुख शांति के सच्चे सतगुरु से अरदास की। सुमिरन मुकाबले में विजेता की बात करें तो इस बार हरियाणा का काबड़ी ब्लॉक प्रथम रहा। इस ब्लॉक के 7986 सेवादारों ने 23,83,964 सुमिरन किया है। जबकि दूसरा स्थान पंजाब के ब्लॉक सादे के मोहन ने जगह बनाई। जहां 7689 सेवादारों ने 19,26,839 घंटे अंखड सुमिरन किया। तीसरा स्थान भी पंजाब के ब्लॉक पटियाला ने हासिल किया, जिसने 12,18,266 घंटे रामनाम का जाप किया। टॉप-10 की बात करें तो हरियाणा के 7 ब्लॉक और पंजाब के 3 ब्लॉक शामिल हुए हैं।
विदेशों में भी साध-संगत ने जपा राम-नाम
डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे अद्भुत सुमिरन प्रेम मुकाबले में विदेशों की साध-संगत भी बढ़ चढ़कर भाग ले रही है। इस बार मेलबोर्न, न्यूजीलैंड, इटली, कनाडा, ब्रिसबेन, इंग्लैंड, यूएई, कैनबेरा, कुवैत, सिडनी, बिजिंग में 771 सेवादारों ने 7,173 घंटे रामनाम का जाप किया है।
ये रहे पूरे भारतवर्ष में टॉप-10 ब्लॉक
ब्लॉक मेंबर सुमिरन (घंटों में )
- काबड़ी 7986 23,83,964
- सादे के मोहन 7689 19,26,839
- पटियाला 3757 12,18,266
- कल्याण नगर 8464 12,06,161
- लुधियाना 5781 10,39,129
- पानीपत 7852 10,60,904
- कम्बोपुरा 4636 9,10,482
- नागलखेड़ी 4060 7,79,888
- आसंध 8484 7,62,654
- जुंडला 4238 7,25,688
ये राज्य टॉप-5 में शामिल
राज्य सदस्य सुमिरन (घंटों में ) ब्लॉक
- उतर प्रदेश: 109939 2,02,11,304 100
- पंजाब: 221355 1,69,03,267 149
- हरियाणा: 156673 1,44,44,113 105
- उतराखंड: 9516 6,93,608 21
- राजस्थान: 8034 5,89,650 30
‘‘मालिक प्यार उसकी रहमत, इंसान पर तभी बरसती है। जब उसे दृढ़ यकीन आता है और ये सेवा सुमिरन के बिना आ नहीं सकता। जितना संभव हो सेवा करो, सुमिरन करो तभी आप मालिक सतगुरु की दया मेहर के लायक बन सकते हैं। चलते, बैठते, काम-धंधा करते हुए भी जो सुमिरन किया जाता है वो इस कलयुग में मंजूर होगा। इसलिए आप अपनी भावना को शुद्ध करते हुए दृढ़ यकिन के साथ आगे बढ़ते जाएं सेवा-सुमिरन करते जाएं तो मालिक की खुशियों के हकदार आप जरूर बनेंगे।
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां।
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