नई दिल्ली (एजेंसी) । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी का कहना है कि यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने रक्षा सौदों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया। झूठ का निर्माण करने के लिए केंद्र सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को दिल्ली की अदालत में दावा किया कि अगस्ता वेस्टलैंड के बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल ने पूछताछ में ‘मिसेज गांधी’ और ‘इटली की महिला के बेटे.. जो देश के अगले पीएम बनने जा रहे हैं’ का जिक्र किया था।
इसके अलावा, ईडी ने कोर्ट में पेश किए गए दस्तावेजों में बताया कि मिशेल ने अन्य लोगों के साथ अपने कम्यूनिकेशंस में एक ‘बड़े आदमी आर’ का जिक्र किया है। कोर्ट ने ईडी के अनुरोध पर शनिवार को मिशेल की कस्टडी एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया था।इससे पहले राहुल गांधी और सोनिया गांधी का बचाव करते हुए कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि यह चौंकाने वाला बयान है। सरकारी वकील जो कोर्ट में ईडी और सीबीआइ दोनों का प्रतिनिधित्व कर रहा है, वह कोर्ट में राजनीति कर सकते हैं। वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें प्रधानमंत्री की तरफ से ऐसा निर्देश मिला है।
भाजपा की कांग्रेस को घेरने की रणनीति
प्रवर्तन निदेशालय के कोर्ट में दिए गए बयान कि अगस्ता वेस्टलैंड के बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल ने ‘श्रीमती गांधी’ का नाम लिया है। अब इस बयान को लेकर सभी भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री तथा राज्य प्रमुख आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इस दौरान कांग्रेस को घेरने की कोशिश की जाएगी। ये कुछ ऐसी ही रणनीति है, जो कुछ समय पहले भाजपा ने राफेल लड़ाकू विमान पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अपनाई थी।
राफेल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा ने आक्रामक रुख अपनाते हुए 70 जगहों पर एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के प्रवक्ता, मंत्री, वरिष्ठ नेता, केंद्रीय मंत्री और यहां तक कि भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी हिस्सा लिया था। इस दौरान कांग्रेस को घेरने की कोशिश की गई थी। साथ ही आम जनता को यह बताने की कोशिश की गई थी कि सुप्रीम कोर्ट से भाजपा को राफेल डील के मुद्दे पर क्लीन चिट मिल गई है।
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