किटों का स्टॉक विभाग के डिपो में भी नहीं
जालंधर(सच कहूँ न्यूज)।
मॉडल नशा छुड़ाओ केंद्र से सिविल अस्पताल में डोप टेस्ट की सुविधा शिफ्ट करते ही लोगों के लिए समस्याओं के द्वार खुलने शुरू हो गए हैं। सप्ताह में 3 दिन टेस्ट होने के बाद शनिवार को किटें खत्म होने से परेशानी बढ़ गई। (Air Dope Test 3 Days Civil Hospital) नई व्यवस्था को लेकर अस्पताल प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। सेहत विभाग ने असलहा लाइसेंस बनवाने व रिन्यू करवाने वालों के लिए डोप टेस्ट अनिवार्य करने के बाद सिविल अस्पताल में टेस्ट की सुविधा शुरू की गई है। इस सुविधा की 3 दिन में ही हवा निकल गई। शनिवार को डोप टेस्ट की किटें खत्म होने से लोगों को खासी परेशानियों से जूझना पड़ा।
हालांकि मॉडल नशा छुड़ाओ केंद्र में भी डोप टेस्ट की सुविधा बहाल है। शहरवासियों को डबल सुविधा का प्रावधान है, परंतु सिविल अस्पताल से निराशा हाथ लग रही है। डोप टेस्ट करवाने के लिए आए उम्मीदवार ने बताया कि सोमवार से अस्पताल में सुविधा शुरू हुई थी। 2 दिन सरकारी छुट्टी रही और शनिवार को किटें खत्म होने से निराशा हाथ लगी। सुबह से इधर-उधर भटका रहे थे। अंत में ओपीडी पंजीकरण काउंटर से किटें खत्म होने की बात चली। एक सज्जन ने मॉडल नशा छुड़ाओ केंद्र से टेस्ट करवाने की सलाह दी। केंद्र के डॉ. अमन सूद का कहना है कि मॉडल नशा छुड़ाओ केंद्र सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर का यूनिट होने की वजह से डोप टेस्ट की सुविधाएं दी जा रही हैं। सेंटर में पर्याप्त मात्रा में किटें हैं और डोप टेस्ट किए जा रहे हैं।
विभाग डिपो में भी नहीं है स्टॉक : डॉ. बावा
सिविल अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. केएस बावा का कहना है कि किटों का स्टॉक विभाग के डिपो में भी नहीं है। किटें खरीदने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। एक-दो दिन में स्टाक आने की संभावना है।
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