नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। सरकार ने आज कहा कि राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सर्वर पर साइबर हमले के मामले में अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है। गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने लोकसभा में प्रश्नकाल में कांग्रेस के नेता अधीररंजन चौधरी के सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एम्स के सर्वर के संचालन एवं सुरक्षा एम्स के विशेषज्ञ करते हैं। विगत 23 नवंबर को हुए इस साइबर हमले के बाद सर्वर प्रभावित हुआ था और अब सर्वर सामान्य रूप से काम करने लगा है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है।
क्या है मामला
चौधरी ने इसके पीछे चीन एवं हांगकांग के हैकरों की भूमिका के बारे में पूछा था जिस पर श्री मिश्रा ने कोई उत्तर नहीं दिया और कहा कि सुरक्षा एजेंसियों इस बारे में जांच कर रहीं हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली पुलिस की खुफिया एवं सामरिक अभियान इकाई (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक आॅपरेशंस यूनिट) ने केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को पत्र लिखकर एम्स सर्वर पर साइबर हमले की जांच के लिए चीन और हांगकांग के कुछ ईमेल आईडी के आईपी पतों के बारे में इंटरपोल से जानकारी हासिल करने का अनुरोध किया है।
रैनसमवेयर साइबर हमले में एम्स का सर्वर ठप्प हो गया था और उसे सामान्य स्थिति में लाने में काफी वक्त लगा। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मिश्रा ने बताया कि देश में साइबर सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण के लिए 27 हजार से अधिक अधिकारियों ने पंजीकरण कराया है जबकि 7 हजार से अधिक लोगों को प्रशिक्षण के बाद प्रमाणपत्र दिया जा चुका है।
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