जयपुर (सच कहूं न्यूज)। श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय (Shri Karna Narendra Agriculture University) में संचालित श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि-व्यवसाय इंक्यूबेटर द्वारा कृषि छात्रों और नवाचारी कृषि स्टार्टअप्स के लिए कोहोर्ट-10.0 का शुभारंभ किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत इंक्यूबेसन सेंटर के द्वारा कृषि छात्रों और नवाचारी कृषि स्टार्टअप्स को कृषि उत्पादों और सेवाओं के विकास और उत्पादन में मदद के लिए विभिन्न संसाधन, मार्गदर्शन व प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। कुलपति डॉ. बलराज सिंह ने बताया कि इसके साथ 25 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी। Rajasthan News
कार्यक्रम के शुभारंभ समारोह में बलराज सिंह ने बताया कि कृषि छात्रों और कृषि उद्यमियों के लिए कृषि-व्यवसाय इंक्यूबेसन सेंटर की स्थापना एक बड़ा कदम है जो हमारे कृषि क्षेत्र को उच्च स्तर पर ले जाने का निरन्तर प्रयास कर रहा है। इंक्यूबेसन सेंटर द्वारा अब तक 184 नवाचारी कृषि स्टार्टअप्स को प्रशिक्षित किया गया है, जिनमें से 50 स्टार्टअप्स को 6.01 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की है।
साथ ही उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हमारे छात्रों और उद्यमियों को अधिक ज्ञान, नए कौशल और व्यापारिक सूचना प्राप्त होगी, जो उन्हें कृषि क्षेत्र में सफलता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगी। बलराज सिंह ने बताया इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना है, बल्कि कृषि क्षेत्र को भी नवाचार के माध्यम से विकसित करना है। स्टार्टअप्स कोहोर्ट-10.0 के विमोचन के दौरान डॉ. बलवीर सिंह बधाला, डॉ. राजेश सिंह, व्यवसायिक प्रबंधक प्रभात दुबे, सहायक प्रबंधक हर्षित शर्मा, व्यवसायिक अधिकारी अशोक भूरिया, तकनीकी सहायक मनीष कुमावत इत्यादि मौजूद रहे। Rajasthan News
ऐसे कर सकते है आवेदन | Rajasthan News
-प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए 30 जून-2024 तक इंक्यूबेसन सेंटर की वेबसाइट sabijobner.co.in व विश्वविद्यालय की वेबसाइट sknau.ac.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
पात्रता मापदंड
एक माह की मेंटरशिप और तकनीकी सहायता के साथ 4 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता के लिए कृषि व कृषि से सम्बन्धित सेक्टर के विद्यार्थी आवदेन कर सकते हैं जबकि प्री-सीड स्टेज व सीड स्टेज पर कोई भी कृषि उद्यमी आवेदन कर सकता है। इसके लिए राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा, गुजरात, उत्तरप्रदेश व पंजाब के कृषि छात्र व नवाचारी किसान आवेदन सकते हैं।
वित्तीय सहायता का विवरण
कृषि छात्रों के लिए एक माह की मेंटरशिप और तकनीकी सहायता के साथ 04 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। प्री-सीड स्टेज कृषि उद्यमियों के लिए एक माह की मेंटरशिप और 05 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। सीड स्टेज कृषि उद्यमियों के लिए एक माह की मेंटरशिप और तकनीकी सहायता के साथ 25 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
इंक्यूबेसन सेंटर के प्रभारी डॉ. आईएम खान ने बताया कि कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्त सहायता से वर्ष 2018-19 में श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि व्यवसाय इंक्यूबेटर की स्थापना की गई थी। यह भारतीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसके माध्यम से कृषि क्षेत्र को विकसित करने और युवा उत्पादकों को प्रेरित करने के लिए एक नई दिशा देने का प्रयास किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में उत्पादकता और उद्यमिता को बढ़ावा देना है। यह कार्यक्रम कृषि छात्रों और उद्यमियों को नवाचारी विचारों और तकनीकी सहायता के साथ अपने व्यवसायिक सपनों को साकार करने में मदद करेगा।
इस इंक्यूबेसन सेंटर ने नवाचारी उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में अपनी पहचान बनाई है। इसके अंतर्गत युवा उद्यमियों को अपने विचारों को साकार करने और उन्हें व्यवसायिक सफलता प्राप्त करने के लिए सहायता प्रदान की जाती है।
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