लुधियाना (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब में कोरोना के कहर को देखते हुए कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने किसानों से महामारी कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए वायु प्रदूषण से बचने के लिए गेहूं की कटाई का काम पूरा होने के बाद उसके अवशेष न जलाने का आग्रह किया है। कृषि विवि के चांसलर डा. बलदेव सिंह ने आज अपनी फेसबुक पर प्रदेश के किसानों से गेहूं के अवशेषों को आग न लगाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि कोरोना संकट में पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना जरूरी है क्योंकि इस महामारी में वैसे भी सांस लेना दूभर हो रहा है। हर कोई मास्क लगाता दिखाई दे रहा है । यदि वायु प्रदूषण बढ़ा तो लोग मुश्किल में पड़ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि रिमोट सेंसिंग विभाग से मिली जानकारी से उन्हें पता चला है कि पंजाब में 700 स्थानों पर गेहूं के अवशेषों को आग लगाई गयी है । लोग कोरोना से परेशान हैं तथा धुंए का असर हमारी सांस प्रणाली पर पड़ता है । ऐसा करके आग में घी डालने का काम मत करो जो कल पछताना पड़े । पंजाब में तेजी से कोरोना संक्रमण के मरीज बढ़ते जा रहे हैं और आए दिन एक मौत हो रही है । ऐसे हालात में अपने पर रहम करो तथा दूसरों की जान खतरे में मत डालो। उन्होंने बताया कि अभी धान की रोपाई तथा मक्का बोने में काफी समय है इसलिए किसान सब्र करें।
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