Agnipath scheme : जारी रहेगी अग्निपथ योजना
नई दिल्ली (एजेंसी)। 4 साल की सशस्त्र बल सेवा योजना ‘अग्निपथ’ को केंद्रीय बजट या बजट के बाद और अधिक आकर्षक बनाने के लिए कुछ आकर्षक बदलाव किए जाने की संभावना है हालांकि विपक्ष ने इस का विरोध किया, बावजूद इसके केंद्र सरकार इस योजना को सशस्त्र बलों की युवा प्रोफाइल में सुधार और बढ़ती रक्षा पेंशन देयता के मुद्दे को संबोधित करने के दोहरे लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक प्रभावी साधन के रूप में आंकती है।
उल्लेखनीय है कि जून 2022 में शुरू की गई इस योजना के तहत, 17.5 वर्ष से 21 वर्ष की आयु के पुरुषों और महिलाओं को तीनों सेवाओं में अधिकारी रैंक से नीचे भर्ती किया जाता है, जिन्हें अनुकूलित बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण और विशेष व्यापार प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके बाद योजना इन भर्तियों में से एक चौथाई को स्थायी कैडर में शामिल करने की अनुमति दी जाती है, जिन्हें अग्निवीर कहा जाता है। Agnipath scheme
एक व्यक्ति ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘‘योजना शुरू हो गई है। यह रक्षा बजट को प्रौद्योगिकी और हथियारों पर अधिक खर्च करने तथा मानव संसाधन पर कम खर्च करने के मामले में एक बहुत जरूरी बदलाव देने में मदद करता है। इस योजना को वित्त वर्ष 25 के बजट में या बाद में संशोधित किया जा सकता है, लेकिन यह जारी रहेगी।’’
योजना को वित्त वर्ष 25 के बजट में संशोधित किया जा सकता है
एक दूसरे अज्ञात व्यक्ति ने बताया कि अग्निपथ योजना बलों के लिए उपलब्ध वित्तीय संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने में सहायता करती है। सशस्त्र बलों में कुल मिलाकर लगभग तीन मिलियन सेवानिवृत्त हैं, जिनमें से कई शॉर्ट सर्विस कमीशन में हैं, जिसके कारण कई सेवा पेशेवरों की सेवा अवधि कम होती है और तुलनात्मक रूप से लंबी पेंशन अवधि होती है।
दूसरे व्यक्ति ने कहा, ‘‘पेंशन देयता, यदि संबोधित नहीं की जाती है, तो अस्थिर हो सकती है।’’ वित्त वर्ष 25 के लिए, सरकार ने रक्षा पेंशन के लिए 1.41 ट्रिलियन रुपये आवंटित किए हैं, जो 6.2 ट्रिलियन रुपये रक्षा बजट का लगभग एक चौथाई है। Agnipath scheme
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