नए भवन व अन्य सुविधाओं के लिए लेना था लोन
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। भगवती एजुकेशन समिति के अंतर्गत चौ. केआर मैमोरिलय डिग्री कॉलेज फॉर गर्ल्स, जमाल के प्रधान के साथ लोन एजेंट ने लोन दिलवाने के बहाने 81 लाख रुपए की ठगी कर डाली। यही नहीं जब संस्था को लोन नहीं मिला और दिए गए पैसे वापस मांगे तो एजेंट ने न केवल जान से मारने, बल्कि अंजाम भुगतने की भी धमकी दे डाली। पुलिस को दी शिकायत में संस्था के प्रधान सुनील कुमार ने बताया कि भगवती एजुकेशन समिति के अंतर्गत चौ. केआर मैमोरिलय डिग्री कॉलेज फॉर गर्ल्स, जमाल में नए कोर्स हेतु भवन का निर्माण व अन्य सुविधाओं के लिए लोन पास करवाना था।
लोन के लिए संदीप कुमार निवासी नजदीक धालीवाल पैलेस, बेगू रोड को कमीशन एजेंट के तौर पर मामला सौंपा गया। संदीप कुमार ने कंपनी से 3 करोड़ का लोन क्रॉप किया हुआ पत्र प्रधान को दिखाने के बाद संस्था के निर्णय अनुसार 15 लाख रुपए नकद व 13 लाख रुपए संस्था के खाते में से 7 सितंबर 2020 को अलग-अलग चैक संदीप कुमार को दे दिए। इसके बाद 3 लाख रुपए 7 सितंबर 2020 को और डाले गए, क्योंकि संदीप कुमार एजेंट ने संस्था से कहा कि उसे रजिस्टरी खर्च व कंपनी के कर्मचारियों को कुछ रुपए खर्च के तौर पर देने पड़ेंगे व रजिस्टरी करवाते ही संस्था को 50 लाख रुपए नकद और जमा करवाने होंगे। संदीप कुमार ने कहा कि यह पैसा वह इसलिए ले रहा है, ताकि संस्था को आगे कोई दिक्कत न हो।
मैं कंपनी से ब्याज माफ करवा दूंगा। काफी समय निकल जाने के बाद प्रधान ने संदीप कमार से संपर्क किया तो संदीप कुमार ने कहा कि संस्था को 50 लाख रुपए नकद पहले जमा करवाने पड़ेंगे, क्योंकि कंपनी के कुछ कर्मचारी बदल चुके हैं तथा वह खाते में पैसा नहीं लेंगे तथा ऐसा न करने पर संस्था द्वारा जमा करवाया हुआ 28 लाख रुपए भी डूब जाएंगे और मेरी इसमें कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। जितना जल्दी हो सके पैसे मेरे पास जमा करवाओ। संदीप कुमार की बातों से परेशान होकर व संस्था का पैसा कहीं डूब न जाए और अपने रसूख के बलबूते व खुद की जिम्मेदारी पर अपने दो दोस्तों से उनके खाते से नकद निकलवाकर संदीप कुमार को 50 लाख रुपए जमा करवा दिए व संस्था के नाम लोन को जल्द से जल्द करवाने की बात कही, ताकि उधार लिए गए पैसे वापिस लौटाए जा सकें।
काफी समय बीत जाने के बाद भी लोन की राशि नहीं मिलने पर संस्था के प्रधान ने संदीप कुमार से उसके घर जाकर बात की तो वह आना-कानी करने लगा और कहा कि कंपनी को लॉकडाउन में काफी नुकसान हुआ व कंपनी अब लोन नहीं दे सकती। मैं आपके कागजात व पैसे दो-तीन महीने में वापिस करवा दूंगा। परंतु 6 माह बीत जाने पर भी उसने पैसे वापिस नहीं किए तथा जान से मारने की धमकी देकर कहा कि तेरा पता नहीं चलेगा। अगर इस बारे किसी को बताया तो अच्छा नहीं होगा। प्रधान ने इस पर पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी, जिसके बाद केस दर्ज किया गया है।
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