उत्तर त्रिपुरा के साथ उनाकोटि और धलाई जिले में सबसे ज्यादा नुकसान
जुरी, काकती नदी का जलस्तर बढ़ने से हालात बिगड़े, एनडीआरएफ की टीमें बचाव में जुटीं
अगरतला। मूसलाधार बारिश के बाद त्रिपुरा की मानु, जुरी, काकती नदी का जलस्तर बढ़ने से स्थित गंभीर हो गई है। बाढ़ की वजह (After torrential rains burst in rivers more than one thousand houses devastated by floods) से नॉर्थ त्रिपुरा के साथ उनाकोटि और धलाई जिले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक- बाढ़ की वजह से 1039 घर तबाह हो गए हैं। जान बचाने के लिए लोगों को दूसरी जगहों पर पलायन करना पड़ रहा है।
अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं
बाढ़ की वजह से त्रिपुरा के 8 जिलों में हालात गंभीर बने हुए हैं, लेकिन अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है। नेशनल डिजॉस्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) के साथ त्रिपुरा स्टेट राइफल और राज्य, जिला प्रशासन की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। 9 स्पीड और 40 रेस्क्यू बोट बचाव कार्य में लगी हैं। एनडीआरएफ के मुताबिक- मानु, जुरी और काकती नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। सूत्रों का कहना है कि कई लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं। बचाव कार्य में लगी टीमें उन्हें निकालकर सुरक्षित स्थान और राहत शिविराें में भेजा जा रहा है।
धलाई जिले में सबसे ज्यादा नुकसान
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक- सबसे ज्यादा नुकसान धलाई जिले में हुआ है। उनाकोटि में 358 घर तबाह हुए जबकि नार्थ त्रिपुरा में यह आंकड़ा 381 है। सरकार के राहत कैंपों में 700 से ज्यादा लोग शरणार्थी के तौर पर रह रहे हैं। मौसम विभाग का कहना है कि अभी भी हवा की गति 30-40 किमी प्रति घंटा है। मौसम में सुधार के हालात अभी दिखाई नहीं दे रहे हैं।
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