Weather Alert: हिसार,सच कहूँ/संदीप सिंहमार। देश की राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा के कई शहरों में सोमवार सुबह को भूकंप आया। गनीमत रही अभी तक कोई नुकसान की खबर नहीं है। इसके बाद मौसम विभाग ने भी बड़ा अपडेट दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार सर्दियों के मौसम में बहुत बड़ा परिवर्तन दिखाई दिया। जिसका असर खेती पर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। सर्दियों में जहां पूरे देश भर में 71 फीसदी बारिश की कमी रही। वहीं हरियाणा में 35 फीसदी तो पंजाब में 59 फीसदी बारिश की कमी रही। फरवरी की अब तक की बेहद खराब बारिश के कारण 1 जनवरी से 16 फरवरी के बीच देशभर में वर्षा की कमी बढ़कर 73 प्रतिशत तक पहुंच गई है। पंजाब और हरियाणा में 1 से 16 फरवरी के बीच लगभग शुष्क स्थिति बनी रही।
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भारत मौसम विभाग व निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार अब 19 फरवरी को बूंदाबांदी की संभावना है। यहां तक कि राजधानी दिल्ली में मात्र 0.5 मिमी बारिश हुई, जिसे बेहद खराब वर्षा की श्रेणी में रखा जाता है। सर्दियों का सबसे ज्यादा बारिश वाला महीना माना जाता है। पंजाब और हरियाणा में इस महीने औसतन 27.1 मिमी और 20 मिमी वर्षा होती है, जबकि दिल्ली में औसतन 21.5 मिमी बारिश होती है। हालांकि इस बार इन इलाकों में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। राहत की एकमात्र उम्मीद अगले सप्ताह संभावित वर्षा का दौर है। आने वाला दौर बारिश की कमी को पूरी तरह संतुलित नहीं कर पाएगा, लेकिन इस मौसम के लिए यह बारिश किसी संजीवनी से कम नहीं होगी।
क्या है वर्षा की कमी का कारण? Weather Alert
ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्रों तक ही सीमित रहे। ये सिस्टम अक्सर सक्रिय तो रहे लेकिन कमजोर साबित हुए, जिससे पहाड़ों में भी बारिश और बर्फबारी में भारी कमी दर्ज की गई। अब अगले सप्ताह एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है, जो 17 से 20 फरवरी के बीच पहाड़ों में बारिश और बर्फबारी लाएगा। इसके साथ ही मैदानी इलाकों में भी एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है, जिससे पूरे उत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश का दौर चलेगा।बीच पश्चिमी विक्षोभ और प्रेरित चक्रवात के संयुक्त प्रभाव से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में व्यापक स्तर पर बारिश होगी। इस दौरान 19 और 20 फरवरी को बारिश की तीव्रता और फैलाव सबसे ज्यादा रहेगा। पंजाब और हरियाणा के उत्तरी हिस्सों और तराई क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बारिश होगी। वहीं, पश्चिर्म उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 19-20 फरवरी को तेज बारिश देखने को मिलेगी। 20 फरवरी के बाद यह प्रणाली पश्चिमी इलाकों को छोड़ते हुए पूर्वी राज्यों की ओर बढ़ेगी।
दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके, प्रधान मंत्री ने दिल्लीवासियों को “शांत” रहने का किया आग्रह
दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप के तीव्रता चार मापी गयी। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र (एनसीएस) के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह पांच बजकर 37 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किये। भूकंप की तीव्रता चार मापी गयी और भूकंप का केन्द्र राष्ट्रीय राजधानी में जमीनी सतह से पांच किलोमीटर नीचे स्थित था। दिल्ली के अलावा फरीदाबाद, गुरुग्राम, रोहतक, गाजियाबाद, नोएडा और उसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किये गये। भूकंप के कारण लोगों के घरों के छत के पंखे तेज से हिलने लगे और घरों में रखे बर्तन खड़कने लगे। डर के कारण लोग अपने घरों से बाहर निगल आये।
एनसीएस के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.0 मापी गयी। भूकंप का केन्द्र 28.59 डिग्री उत्तर अक्षांश और 77.16 डिग्री पूर्वी देशांतर, जमीनी सतह से पांच किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। दिल्ली पुलिस ने किसी तरह की परेशानी होने पर लोगों से आपातकालीन सेवा 112 पर डायल करने की सलाह दी है। अभी तक किसी तरह के जनहानि और नुकसान की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आयी है। इस बीच प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के निवासियों से “शांत” रहने का आग्रह किया और कहा कि अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “दिल्ली और आसपास के इलाकों में झटके महसूस किए गए। सभी से शांत रहने और सुरक्षा सावधानियों का पालन करने, संभावित झटकों के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया जाता है। अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं।” वहीं हरियाणा के कुरुक्षेत्र, हिसार, कैथल तक झटके महसूस किए गए।