देहरादून (एजेंसी)। पंजाब में सत्ता गंवाने वाली कांग्रेस में अब भी रार मची है। हरियाणा में भी प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच तनातनी चल रही है। इन सबसे परेशान कांग्रेस आलाकमान को अब उत्तराखंड में भी जोर का झटका लगने के आसार दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के कम से कम 10 विधायक बीजेपी में जा सकते हैं। कांग्रेस के 19 विधायक इस बार विधानसभा में चुनकर आए हैं। जबकि, बीजेपी ने 47 सीटें हासिल की थीं। अगर कांग्रेस के विधायक टूटकर बीजेपी में गए, तो पार्टी के लिए राज्य में अपनी पहचान खोने की आशंका है।
पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस के कई नेताओं से मुलाकात की
सूत्रों के मुताबिक जो कांग्रेस विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं, उनमें से 5 कुमाऊं और 3 गढ़वाल के इलाके से चुने गए हैं। वे प्रदेश नेतृत्व में बदलाव से नाराज हैं। सूत्रों का कहना है कि हाल ही में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस के कई नेताओं से मुलाकात की है। बीजेपी का इरादा कांग्रेस के एक विधायक का इस्तीफा कराकर वहां से धामी को चुनाव लड़वाने का है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में धामी खटीमा सीट से हार गए थे। इसके बाद भी बीजेपी ने उन्हीं को सीएम बनाया था। कांग्रेस ने बीते रविवार को प्रदेश अध्यक्ष, नेता विपक्ष और उप नेता विपक्ष के नामों का एलान किया था। इसके बाद से ही विधायक नाराज बताए जा रहे हैं।
क्या है मामला
विधायकों को जिन नामों पर आपत्ति है, उनमें रानीखेत से चुनाव हारे और प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए करण माहरा और नेता विपक्ष यशपाल आर्य खास हैं। अगर कांग्रेस के विधायक बीजेपी में शामिल हुए, तो ये साल 2016 जैसा होगा। उस साल भी बीजेपी ने कांग्रेस में तोड़फोड़ मचाई थी। जिसके बाद हाईकोर्ट के निर्देश पर तत्कालीन सीएम हरीश रावत को विश्वास मत लेना पड़ा था। कांग्रेस के जो विधायक आलाकमान से खफा हैं, वे जल्दी ही बैठक कर अपने फैसले का एलान भी कर सकते हैं।
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