Arvind Kejriwal Resigned: नई दिल्ली (एजेंसी)। आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा के बाद से दिल्ली की राजनीति में भूचाल सा आ गया है। केजरीवाल के इस घोषणा ने अब बड़े-बड़े राजनीतिज्ञों को दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है। Arvind Kejriwal
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को आबकारी नीति मामले में अरविंद केजरीवाल जमानत पर तिहाड़ जेल से रिहा हुए हैं। सोमवार को आप प्रमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री पद की जगह कौन लेगा, यह तय जल्द ही पार्टी विधायकों के साथ बैठक में निर्णय लिया जाएगा। गौरतलब है कि दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। केजरीवाल ने चुनाव आयोग से नवंबर 2024 ही में जल्दी चुनाव कराने का अनुरोध किया है। जोकि लॉजिस्टिक्स को देखते हुए असंभव लगता है। लेकिन केजरीवाल का उत्तराधिकारी कौन होगा? आप प्रमुख ने पहले ही अपने पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की संभावनाओं को खारिज कर दिया, क्योंकि जनता केजरीवाल की तरह ही ईमानदार भूमिका संभालने के लिए ‘ईमानदार’ व्यक्ति का इंतजार करेगी। Arvind Kejriwal
ये निभा सकती हैं अंतरिम भूमिका | Arvind Kejriwal
विपक्षी पार्टी भाजपा ने अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल को यह पद संभालने का संकेत दिया है। इस साल मार्च में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने के बाद सुनीता सुर्खियों में आईं। उन्हें जेल में बंद उनके पति की ओर से बयान जारी करते देखा गया। उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले और हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव प्रचार में भी हिस्सा लिया। लेकिन सुनीता की संभावना कम ही लगती है क्योंकि केजरीवाल और आम आदमी पार्टी नहीं चाहती कि उनके साथ वंशवाद का टैग जुड़े। विश्लेषकों का कहना है कि इससे वह नैतिक आधार खत्म हो जाएगा जिसे आप प्रमुख अपने इस्तीफे के फैसले के साथ हासिल करना चाहते हैं।
सीएम पद के लिए दूसरी शीर्ष दावेदार आतिशी हैं, जो मार्च 2023 से केजरीवाल कैबिनेट में मंत्री हैं। कालकाजी से विधायक आतिशी अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार में वित्त, शिक्षा, लोक निर्माण विभाग, बिजली, राजस्व, कानून, योजना, सेवा, सूचना और प्रचार तथा सतर्कता जैसे प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी संभालती हैं।
एक महिला महिला निर्वाचन क्षेत्र में बदलाव ला सकती है
लेखिका और राजनीतिक विश्लेषक नीरजा चौधरी ने सोमवार को एक मीडिया रिपोर्ट में लिखा, ‘‘दिल्ली सरकार का नेतृत्व करने वाली एक महिला महिला निर्वाचन क्षेत्र में बदलाव ला सकती है, जिसे केजरीवाल लगातार आगे बढ़ा रहे हैं। रविवार को अपने भाषण में उन्होंने यह जानकारी सार्वजनिक करने का विकल्प चुना कि उन्होंने जेल से एलजी को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने अनुरोध किया था कि 15 अगस्त को उनकी जगह आतिशी को राष्ट्रीय ध्वज फहराने दिया जाए, लेकिन यह पत्र बिना किसी डिलीवरी के वापस आ गया।’’
चौधरी ने कहा कि एक साफ छवि के साथ, आतिशी महिला निर्वाचन क्षेत्र के लिए अपील कर सकती हैं, जिसका कांग्रेस नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत शीला दीक्षित आनंद लेती थीं। दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के लिए गोपाल राय और कैलाश गहलोत के नाम पर भी चर्चा चल रही है। अरविंद केजरीवाल की जगह कोई भी ले, पार्टी नाम का ऐलान करते वक्त आगामी विधानसभा चुनावों का ध्यान अवश्य रखेगी। Arvind Kejriwal
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