उपायुक्त के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त उपायुक्त के नेतृत्व में सफलतापूर्वक हुई भूकंप की मॉकड्रिल
खरखौदा। (सच कहूँ/हेमंत कुमार) सुबह 09:03 बजे तीव्र भूकंप आने पर लघु सचिवालय का सायरन बजते ही जिला (Kharkhoda) प्रशासन ने तुरंत अलर्ट होते हुए बचाव कार्यों को अंजाम दिया। उपायुक्त ललित सिवाच के मार्गदर्शन में अतिरिक्त उपायुक्त अंकिता चौधरी ने फौरन कमान संभालते हुए पूरी स्थिति का जायजा लेकर प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों को अलग-अलग घटनास्थलों पर भेजकर राहत कार्य करने के निर्देश दिए। नतीजतन अत्यधिक बड़ी घटना के बावजूद जिला प्रशासन की मुस्तैदी व हिम्मत ने बड़े स्तर पर जान-माल का संरक्षण किया, जिसमें एनडीआरएफ व एसडीआरएफ का विशेष सहयोग रहा।
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राष्टï्रीय राजधानी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला सोनीपत जिला प्राकृतिक आपदा भूकंप के मामले में संवेदनशील श्रेणी में आता है। ऐसे में राष्टï्रीय प्राकृतिक आपदा प्राधिकरण ने एनसीआर क्षेत्र में दिल्ली व उत्तर प्रदेश सहित हरियाणा के चार जिलों में एक ही दिन एक ही समय पर भूकंप की मॉकड्रिल का आयोजन किया। भूकंप की तीव्रता 7.7 मापी गई, जो कि बहुत अधिक होती है, जिसमें बड़े स्तर पर नुकसान होता है। इस स्थिति से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए मॉकड्रिल का आयोजन किया गया, जो सोनीपत में पूर्ण रूप से सफल रही।
भूकंप की सूचना मिलते ही अतिरिक्त उपायुक्त अंकिता चौधरी ने एडीसी कार्यालय के सभागार में प्रशासन व पुलिस सहित विभागीय अधिकारियों की बैठक बुलाई। उन्होंने नगर में विभिन्न स्थानों पर हुए नुकसान की जानकारी ली, जिसमें पता चला कि पांच स्थानों पर विशेष रूप से नुकसान की संभावना है। स्थिति की जानकारी मिलते ही उन्होंने अलग-अलग स्थानों के लिए इंसीडेंट कमांडर नियुक्त करते हुए मौके पर भेजा, जिन्होंने फौरन घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति की रिपोर्ट प्रेषित करते हुए आवश्यक संसाधनों की मांग भी की। मांग के अनुसार फौरन मौके पर एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, जेसीबी, आपदा मित्र तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई गई।
अतिरिक्त उपायुक्त अंकिता चौधरी ने कंट्रोल रूम से ही पूरी स्थिति का नियंत्रण करते हुए पल-पल की खबर लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कंट्रोल रूम में जिला राजस्व अधिकारी हरिओम अत्री के विशेष सहयोग से उन्होंने सफलतापूर्वक स्थिति को नियंत्रित किया, जिससे जान-माल की हानि को बढऩे से रोकने में सफलता मिली। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त अंकिता चौधरी ने कहा कि मॉकड्रिल पूर्ण रूप से सफल रही है, जिसमें हमें अपनी तैयारियों की समीक्षा का अवसर मिला। मॉकड्रिल के आधार पर विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि प्राकृतिक आपदा भूकंप एवं हर स्थिति से निपटने के लिए सोनीपत तैयार है। हमने अपने आपदा मित्रों तथा होमगार्ड के जवानों को इस प्रकार का प्रशिक्षण दिया है, जो प्राकृतिक आपदा की स्थिति में बचाव कार्य करने मं् सक्षम है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने भी बचाव कार्यों में विशेष सहयोग दिया। पुलिस लाइन में स्टेजिंग एरिया बनाया गया, जिसकी जिम्मेदारी एसडीएम राकेश संधू व आरटीओ शंभू राठी सहित एक्सईएन प्रशांत कौशिक ने कुशलतापूर्वक संभाली।
इस मौके पर डीसीपी निकिता खट्टïर, सीटीएम डा. अनमोल, एसडीएम आशीष कुमार, एसडीएम राकेश संधू, एसडीएम ज्योति मित्तल, एसडीएम अनुपमा, नगर निगम की संयुक्त आयुक्त अंकिता वर्मा, डीआरओ हरिओम अत्री, एसई संदीप जैन, एसई नवनीत नैन, तहसीलदार जिवेंद्र मलिक व अजय कुमार, नायब तहसीलदार प्रदीप अहलावत आदि अधिकारीगण मौजूद थे। जिला में तीव्र भूकंप को लेकर आयोजित मॉकड्रिल के दौरान एसडीएम खरखौदा ज्योति मित्तल के नेतृत्व में डिजास्टर मैनेजमेंट, जिला प्रशासन, दमकल, पुलिस, एम्बुलेंस, स्वास्थ्य विभाग और अन्य एजेंसियों ने शहर स्थित पुराने औद्योगिक क्षेत्र में स्थित कॉमबिटिक ग्लोबल कैपलेट प्रा. लिमिटेड कंपनी में राहत कार्य चलाया।
इस दौरान एसडीएम ज्योति मित्तल ने बताया कि भूकंप आने पर (Kharkhoda) प्रशासन को सूचना मिली थी कि इस कंपनी की बिल्डिंग ध्वस्त हो गई है और कुल 15 लोग इसमें फसे होने की जानकारी मिली। राहत कार्य के दौरान जिला प्रशासन की रिस्क्यू टीम द्वारा इस बिल्डिंग से चार मृत शवों को निकाला गया, इसके अलावा 06 लोगों को ज्यादा चोट आई थी, जिनको एम्बुलेंस द्वारा अस्पताल में भेज दिया गया। साथ ही 05 लोगों को मामूली चोट आई थी उन्हें भी प्राथमिक चिकित्सा दी गई। उन्होंने बताया कि इस दौरान एक गाय भी गंभीर रूप से घायल हो गई थी, जिसका ईलाज पशुपालन विभाग के डॉक्टरों द्वारा किया गया।
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