फरीदकोट (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब पुलिस ने बेअदबी के मामले में डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु जी का नाम जोड़कर जांच के नाम पर महज झूठ का एक पुलिंदा तैयार किया है, यह विचार प्रकट करते हुए डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत ने भारी रोष व्यक्त किया। सोमवार को वर्ष 2015 में हुई बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के मामले में गिरफ्तार पांच डेरा श्रद्धालुओं का दो दिन का पुलिस रिमांड खत्म होने पर उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां माननीय अदालत ने पांचों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अदालत में सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष के वकील विनोद मोंगा ने बताया कि उक्त मामला डेरा के पूज्य गुरु जी व श्रद्धालुओं के खिलाफ पुलिस द्वारा गढ़ी एक झूठी कहानी है, जो अदालत में बिल्कुल नहीं टिकेगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में डेरा श्रद्धालुओं के खिलाफ कोई आरोप बन ही नहीं रहा। उन्होंने कहा कि वास्तव में यह केस राजनीति से प्रेरित एक चाल है, जिसमें श्रद्धालुओं को बेवजह फंसाया गया है।
बताया जाता है कि 4 जुलाई को पंजाब पुलिस की एसआईटी द्वारा सात डेरा श्रद्धालुओं को 2015 में जिला फरीदकोट के गांव बरगाड़ी में हुई बेअदबी की घटना के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिनमें दो श्रद्धालुओं को पहले ही सीबीआई कोर्ट द्वारा जमानत दी चुकी है, जिन्हें अदालत ने तुरंत रिहा करने के आदेश दिए। उधर डेरा श्रद्धालु हरचरण सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पुलिस सरेआम डेरा श्रद्धालुओं से धक्केशाही कर रही है। डेरा श्रद्धालुओं का इन मामलों से कोई लेना-देना नहीं है, यह किसी रंजिश के तहत हो रहा है। हरचरण सिंह ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई का झूठ इसी बात से ही साबित होता है कि एक ही मामले की जांच दो एजेंसियां कैसे कर सकती हैं? उन्होंने कहा कि पुलिस का एकमात्र उद्देश्य श्रद्धालुओं को किसी न किसी तरह इस मामले में उलझा कर सामाजिक सेवा कार्यों से हटाना है।
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