हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। फाइनेंसर से तंग आकर नहर में कूद आत्महत्या करने के मामले में पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए गांव जोड़कियां निवासी मृतक युवक के परिजन इन्साफ दिलाने की गुहार लेकर शुक्रवार को जिला कलक्टर की चौखट पर पहुंचे। परिजनों में अधिकतर महिलाएं शामिल थीं। उन्होंने पुलिस पर करीब दो माह से अधिक पुराने मामले में अनावश्यक देरी करने व सुसाइड नोट में नामजद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने का आरोप लगाया। युवती सुनीता ने बताया कि 20 अक्टूबर को उसके मामा इन्द्रसेन उर्फ बबलू ने दो पेज का सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली। जब गांव के लोग नहर किनारे पहुंचे तो सुसाइड नोट में जिस विक्रम यादव और सावित्री का नाम था, वह दोनों जने भी वहां पहले से मौजूद थे। तीन दिन बाद उसके मामा का शव मिला।
पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर कार्रवाई करते हुए विक्रम यादव को हिरासत में ले लिया। लेकिन उसके बाद ढाई माह बीत चुके हैं। कोई कार्रवाई पुलिस की ओर से नहीं की गई। सुनीता ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि दोषियों को सजा मिलेगी या नहीं। वे कई बार पुलिस अधिकारियों से मिल चुके हैं। पुलिस कभी हैंडराइटिंग तो कभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आने का बहाना कर मामले में अनावश्यक देरी कर रही है। आरोपी पक्ष के लोग राजीनामा करने के लिए दबाव बनाने उनके घर आकर परेशान कर रहे हैं। उनकी मांग है कि पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच कर गुनहगारों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करे ताकि आत्महत्या करने के कारण सामने आ सकें। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें इन्साफ नहीं मिला तो पूरा परिवार जिला कलक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठने को मजबूर होगा।
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