मनमाने तरीके से टेन्ट बुकिंग के लिए बाध्य करने का आरोप

Hanumangarh News

धर्मशालाओं का व्यावसायिक दुरुपयोग रोकने की मांग | Hanumangarh News

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। जंक्शन क्षेत्र के टेन्ट हाउस संचालकों ने धर्मशालाओं का व्यावसायिक दुरुपयोग रोकने तथा मनमाने तरीके से लोगों को टेन्ट बुकिंग के लिए बाध्य न करने के लिए धर्मशाला संचालकों को पाबंद करने की मांग प्रशासन से की है। बुधवार को जंक्शन की व्यापार मण्डल धर्मशाला में टेन्ट हाउस यूनियन के बैनर तले एकत्रित हुए टेन्ट हाउस संचालकों ने धर्मशाला संचालकों की ओर से मनमाने तरीके से लोगों को टेन्ट बुकिंग करने के लिए बाध्य करने पर आक्रोश जताया। यूनियन जिलाध्यक्ष राजकुमार चौधरी ने बताया कि शहर में संचालित धर्मशालाओं के लिए नगर परिषद की ओर से न्यूनतम दामों पर भूमि दी गई है। Hanumangarh News

धर्मशालाएं जो आमजन को सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए बनवाई गई हैं इन धर्मशालाओं का इनकी प्रबंधन कमेटी की ओर से व्यावसायिक रूप से उपयोग किया जा रहा है व अपने चहेते व्यक्तियों को प्रबंधक के रूप में नियुक्त किया गया है। इनके चहेते व्यक्तियों ने कुछ टेन्ट हाउस संचालकों से मिलीभगत कर रखी है जो कि आमजन से शादी समारोह से संबंधित सारे काम का मनमाना रेट लेते हैं। अगर कोई व्यक्ति अपने जानकार टेन्ट हाउस वाले से अपने कार्यक्रम या विवाह समारोह वगैरह में धर्मशाला में काम करवाना चाहता है तो धर्मशाला संचालकों की ओर से ग्राहकों को अपने चहेते व्यक्तियों से ही सेवाएं लेने के लिए बाध्य किया जाता है।

ऐसा न करने पर बुकिंग निरस्त करने की धमकी दी जाती है या उनकी बुकिंग नहीं की जाती है। ऐसे में धर्मशाला बुक करने वाले व्यक्ति को मजबूरन उन्हीं टेन्ट संचालकों को अधिक रेट देकर काम करवाना पड़ता है। इस कारण अन्य टेन्ट हाउस संचालकों का व्यवसाय चौपट हो रहा है। चौधरी ने बताया कि इस संबंध में टेन्ट हाउस संचालकों ने इन धर्मशालाओं के संचालक के साथ मीटिंग की थी। परन्तु उस मीटिंग में इन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। टेन्ट हाउस संचालकों ने मांग की कि धर्मशाला संचालकों को बुलाकर धर्मशाला का व्यासायिक रूप से उपयोग न करने के लिए पाबंद किया जाए। Hanumangarh News

LPG Cylinders Distributed: ईंट भट्ठे के मजदूरों को बगैर कनेक्शन 5 किलो के छोटू सिलेंडर वितरित

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here