ACB Raids: महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय में ACB का छापा, परीक्षा भवन में 7 लाख रुपए बरामद! एक काबू

ACB Raids
पीडब्ल्यूडी के 3 भ्रष्टाचारी अफसर रिश्वत लेते धरे

ACB Raids in Jaipur: जयपुर (सच कहूँ न्यूज़)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) (Anti Corruption Bureau) की टीम ने मंगलवार को महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में छापा मारकर एक व्यक्ति के पास से सात लाख रुपए बरामद किए। अजमेर की एक निजी फर्म से जुड़ा यह व्यक्ति इतनी बड़ी नकद राशि किसे देने आए था, यह स्पष्ट नहीं हो पाया। परन्तु एसीबी ने यह कार्रवाई विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और रिश्वत लेन-देन हो रहा होने की सूचना मिलने पर करना बताया है। ACB Raids

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशीष कुमार के नेतृत्व में एसीबी की टीम विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन पहुंची। टीम ने परीक्षा भवन को अपने कब्जे में लेकर उसमें मौजूद कार्मिकों और अन्य लोगों की तलाशी ली। इस दौरान अजमेर की फर्म माइक्रोनिक इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड के डिप्टी चीफ एग्जीक्युटिव ऑफिसर मनोज सांखला के पास सात लाख रुपए बरामद हुए। एएसपी ने बताया कि विश्वविद्यालय में परीक्षा से जुड़े टेंडर को लेने के लिए एक अधिकारी को रिश्वत में बड़ी राशि दी जा रही होने की सूचना मिली।

इस पर टीम के साथ विवि के परीक्षा भवन में दबिश दी गई। सूचना के अनुरूप निजी फर्म से जुड़े मनोज सांखला नामक व्यक्ति से 7 लाख रुपए तो बरामद हो गए है। सांखला ने यह राशि अनुबंध पर रखे कार्मिकों को देने के लिए लाई होने का बताकर अपना बचाव किया है। परीक्षा से संबंधित टेंडर के कार्य से इस फर्म का संबंध पता किया जा रहा है। इस प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों की भूमिका की जांच की जाएगी। फिलहाल मनोज सांखला को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहे है। ACB Raids

जांच में होगा खुलासा

एएसपी ने बताया कि पैसे बरामद होने वाले व्यक्ति ने पूछताछ में अपनी कंपनी के तीन-चार कार्मिकों के यहां काम कर रहे होना बताया है। उन्हें ही यह राशि देने के लिए आया होने की बात कही है। परन्तु इतनी बड़ी राशि नकद देने का कोई प्रावधान नहीं होता। गहनता से जांच करने पर वास्तविकता सामने आएगी।

भ्रष्टाचार कई दिन से चर्चा में | ACB Raids

एमजीएसयू में एक निजी व्यक्ति के प्रशासनिक कार्यों में दखल को लेकर कई दिनों से भ्रष्टाचार की बातें सामने आ रही है। विश्वविद्यालय के अधिकार क्षेत्र में आने वाले कार्यों में दखल और विवि में जमा फंड को खर्च करने को लेकर कार्मिकों में असंतोष जैसी बातें चर्चा में रही है। अब एसीबी का छापा पड़ने को इन चर्चाओं से जोड़कर देखा जा रहा है।

विवि कार्मिकों में हड़कंप

एमजीएसयू में एसीबी टीम के दबिश देने से विवि प्रशासन और संबंधित विभागों के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। सभी ने अपने मोबाइल बंद कर लिए। एसीबी ने विवि का परीक्षा केन्द्र कार्यालय अपनी निगरानी में ले लिया। करीब ढाई घंटे तक एसीबी की कार्रवाई चली।

मोबाइल में है राज’

सूत्रों के मुताबिक एसीबी पकड़े गए मनोज सांखला के मोबाइल फोन की कॉल रिकॉर्डिंग कोे भी खंगाल रही है। इसमें यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि विवि के परीक्षा से जुड़े टेंडर की प्रक्रिया से संबंधित अधिकारियों या कर्मचारियों में से यह व्यक्ति किसी से सम्पर्क में था या नहीं।

कार्रवाई करेंगे ACB Raids

पंतनगर आया हुआ हूं। विवि के परीक्षा भवन में एसीबी के जांच करने पहुंचने की सूचना मिली है। विवि लौटने पर पूरा मामला देखा जाएगा। नियमानुसार जो भी कार्रवाई बनती है, वह की जाएगी। सेमेस्टर एग्जाम और रिजल्ट तैयार करने को लेकर विवि टेंडर के माध्यम से कार्य करवाता है। इस कार्रवाई का टेंडर से कोई संबंध होगा तो उसे निरस्त किया जाएगा।

आचार्य मनोज दीक्षित, कुलपति एमजीएसयू बीकानेर

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here