AC Blast: गर्मियों में एसी चलाते समय न करें ये गलतियां, वरना हो सकता है ब्लास्ट

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AC Blast: गर्मियों में एसी चलाते समय न करें ये गलतियां, वरना हो सकता है ब्लास्ट

AC Blast: गर्मियों की शुरूआत होते ही एयर कंडीशनर हर घर, ऑफिस और दुकान की जरूरत बन जाता है। लेकिन हाल ही में सामने आई एक घटना ने सभी को झकझोर दिया। राजधानी दिल्ली के एक इलाके में एसी ब्लास्ट से एक व्यक्ति की जान चली गई। यह कोई पहली घटना नहीं है- बीते कुछ वर्षों में एसी में विस्फोट की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ये घटनाएं यह साबित करती हैं कि थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। आज हम जानेंगे एसी ब्लास्ट के पीछे की प्रमुख गलतियां और उनसे बचाव के लिए जरूरी 10 सावधानियां, ताकि हम अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। AC Blast

एसी ब्लास्ट के पीछे की सात आम गलतियां | AC Blast

1. घटिया क्वालिटी के पुर्जों का इस्तेमाल: कम दाम के चक्कर में नकली कंप्रेसर, सस्ते वायर या लोकल गैस का इस्तेमाल एसी की कार्यप्रणाली को खराब करता है और ब्लास्ट का खतरा बढ़ाता है।

2. रेगुलर सर्विसिंग की अनदेखी: अगर एसी की समय-समय पर सर्विसिंग नहीं कराई जाती, तो उसमें धूल, नमी और लीकेज जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं, जो ब्लास्ट का कारण बन सकती हैं।

3. गैस लीकेज को नजरअंदाज करना: एसी में इस्तेमाल होने वाली गैस (जैसे आर-22, आर- 410ए) अत्यधिक ज्वलनशील होती है। लीकेज होने पर अगर चिंगारी या हीटिंग हो, तो विस्फोट की आशंका बढ़ जाती है।

4. वोल्टेज फ्लक्चुएशन को नजरअंदाज करना: अचानक बिजली का वोल्टेज बढ़ना या कम होना कंप्रेसर को नुकसान पहुंचाता है। इससे शॉर्ट सर्किट या ब्लास्ट की संभावना होती है।

5. बिना एक्सपर्ट की मदद के इंस्टॉलेशन: एसी को खुद या गैर-प्रशिक्षित व्यक्ति से लगवाना, पाइपिंग और वायरिंग में गलती कर देता है, जिससे रिसाव या स्पार्क हो सकता है। AC Blast

6. एसी के आसपास ज्वलनशील पदार्थ रखना: अगर एसी के पास पेपर, प्लास्टिक, परफ्यूम स्प्रे या कोई अन्य ज्वलनशील पदार्थ रखा हो, तो वह गैस लीकेज के समय आग पकड़ सकता है।

7. पुराना या खराब कंप्रेसर: बहुत पुराने या डैमेज हो चुके कंप्रेसर में प्रेशर असामान्य तरीके से बढ़ सकता है, जिससे विस्फोट हो सकता है।

एसी ब्लास्ट से बचने के लिए बरतें ये 10 जरूरी सावधानियां

1. ब्रांडेड और सर्टिफाइड एसी ही खरीदें: हमेशा बीआईएस या किसी मान्यता प्राप्त संस्था से सर्टिफाइड, नामी कंपनी का एसी ही खरीदें। लोकल या अनब्रांडेड एसी में घटिया कंप्रेसर और इलेक्ट्रिकल पार्ट्स होते हैं जो समय के साथ ब्लास्ट का कारण बन सकते हैं। साथ ही, ब्रांडेड एसी में सुरक्षा से जुड़े फीचर्स जैसे ओवरलोड प्रोटेक्शन, आॅटो शटडाउन आदि भी मौजूद रहते हैं।

2. समय-समय पर सर्विसिंग कराएं: हर मौसम के शुरूआत में एसी की एक बार सर्विसिंग कराना जरूरी है। इससे डस्ट, ब्लॉकेज, फंगल ग्रोथ, गैस लीकेज या कूलिंग इश्यूज की पहचान हो जाती है। एक प्रोफेशनल टेक्नीशियन कंप्रेसर और पाइप लाइन की भी जांच करता है, जिससे किसी खतरे को समय रहते रोका जा सकता है।

3. वोल्टेज स्टेबलाइजर का उपयोग करें: भारत में बिजली की सप्लाई में अक्सर उतार-चढ़ाव होता रहता है। एसी की सेंसिटिव मशीनरी पर इसका सीधा असर पड़ता है। वोल्टेज ज्यादा बढ़ने पर कंप्रेसर ओवरलोड होकर फट सकता है। स्टेबलाइजर वोल्टेज को स्थिर बनाए रखता है और कंप्रेसर को सुरक्षित रखता है।

4. गैस लीकेज की अनदेखी न करें: एसी की गैस लीकेज छोटी लग सकती है, लेकिन यह अत्यंत ज्वलनशील होती है। अगर गैस रिसाव हो और कोई स्पार्क या गर्मी उत्पन्न हो जाए, तो ब्लास्ट की आशंका बढ़ जाती है। यदि एसी से अजीब गंध आ रही हो, या कूलिंग अचानक बंद हो गई हो, तो गैस लीकेज की तुरंत जांच कराएं।

5. प्रशिक्षित टेक्नीशियन से ही इंस्टॉलेशन कराएं: एसी की फिटिंग जितनी टेक्निकल होती है, उतनी ही महत्वपूर्ण भी। किसी भी लोकल या अप्रशिक्षित व्यक्ति से एसी लगवाने पर पाइप कनेक्शन, वायरिंग या गैस रिफिल में गलती हो सकती है जो आगे चलकर खतरा बन सकती है। ब्रांडेड कंपनियों द्वारा भेजे गए टेक्नीशियन या अनुभवी सर्विस प्रोवाइडर से ही इंस्टॉलेशन करवाएं।

6. कंप्रेसर की नियमित जांच करवाएं: कंप्रेसर एसी का दिल होता है। यह लगातार हाई प्रेशर पर काम करता है। पुराना या डैमेज कंप्रेसर धीरे-धीरे अंदर से कमजोर होता जाता है और किसी दिन ब्लास्ट कर सकता है। अगर आपका एसी 5 साल से पुराना है, तो साल में एक बार कंप्रेसर की जांच जरूर कराएं।

7. एसी यूनिट के पास ज्वलनशील चीजें न रखें: एसी के आसपास परफ्यूम स्प्रे, कीटनाशक, प्लास्टिक बैग, पेपर, थिनर या पेट्रोलियम आधारित प्रोडक्ट्स न रखें। गैस लीकेज या चिंगारी के संपर्क में आने पर ये वस्तुएं तुरंत आग पकड़ सकती हैं और पूरे कमरे में आग फैल सकती है।

8. सही और मजबूत वायरिंग करें: एसी हाई पावर उपकरण है और उसे सही वायरिंग की जरूरत होती है। घर की पुरानी, ढीली या जली हुई वायरिंग से ओवरहीटिंग या शॉर्ट सर्किट हो सकता है। थ्री-पिन प्लग और सिंगल डेडिकेटेड लाइन पर ही एसी चलाएं। मल्टीपल डिवाइसेज एक साथ जोड़ना जोखिम भरा हो सकता है।

9. एसी आॅन करते समय सतर्क रहें: अगर एसी चालू करते ही अजीब आवाज, गंध या स्मोक जैसा कुछ दिखे तो तुरंत उसे बंद करें और बिजली का मुख्य स्विच आॅफ करें। कभी भी सोते समय एसी लगातार कई घंटों तक बिना निरीक्षण के न चलाएं। रिमोट के टाइमर फीचर का इस्तेमाल करें ताकि वह आॅटोमेटिक बंद हो सके। AC Blast

10. वारंटी, बीमा और सुरक्षा उपकरणों की जानकारी रखें: एसी खरीदते समय उसकी वारंटी शर्तें जान लें। कई कंपनियां सुरक्षा बीमा भी देती हैं। साथ ही, अपने घर में स्मोक डिटेक्टर, फायर एक्स्टिंगुइशर जैसी बुनियादी सुरक्षा चीजें रखें। ये छोटी पहल बड़े हादसों को रोक सकती है।                                                                  –सच कहूँ डेस्क

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