अभय चौटाला ने की मीडिया कार्यकर्ता के साथ बदतमीजी
भटिंडा(अशोक वर्मा)। इनैलो द्वारा सोमवार को पंजाब की गाड़ियों को हरियाणा में दाखिल होने से रोकने के आह्वान से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। खास तौर पर बुजुर्गों व महिलाओं के लिए तो बड़ी मुश्किल बनी रही।
हालांकि मीडिया द्वारा आम लोगों को आ रही समस्याओं संबंधी पूछे गए प्रश्नों को लेकर इनैलो नेता अभय चौटाला भड़क गए व इलैक्ट्रॉनिक मीडिया के भटिंडा स्थित नामानिगार के साथ बदतमीजी की। यही नहीं पत्रकार का तीन बार माईक्रोफोन एक तरफ कर दिया व वहां से जाने के लिए कहा।
जब पत्रकार ने अपनी ड्यूटी याद दिलाते हुए इनैलो नेता को अपने सवाल का जवाब देने के लिए कहा तो संबंधित पत्रकार को सरकार का एजेंट करार दे दिया। उधर पीआरटीसी के भटिंडा डीपू की कोई भी बस हरियाणा में दाखिल नहीं हुई परंतु डबवाली से पहले पंजाब के अंतिम गांव डूमवाली तक बस सेवाएं आम दिनों की तरह जारी रही।
नेतागिरी दिखाने के लिए आम लोगों को कर दिया परेशान
गांव डूमवाली से पैदल जा रहे बुजुर्ग हरी सिंह ने बताया कि नेताओं ने अपनी नेतागिरी दिखाने के लिए आम लोगों को परेशान कर दिया है। उन्होंने बताया कि वह अपने किसी पारिवारिक काम के लिए जा रहा था परंतु बसें बंद होने के कारण देर हो गई है। महिला आरती देवी अपने बच्चों व सामान को काफी मुश्किल से संभाल रही थी उसके पति ने काफी सामान उठाया हुआ था।
इस दंपति ने हरियाणा के बस स्टैंड जाना था, जिसके लिए आॅटो वाला सौ रुपए मांगने लगा तो उन्होंने पैदल जाने को ही प्राथमिकता दी। इसी तरह किसान दरबारा सिंह ने आढ़ती के पास पैसों के लिए जाना था परंतु बसें बंद होने के कारण उसने जाना कैंसिल कर दिया।
किसान ने कहा कि इनैलो सतलुज यमुना लिंक नहर के मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उन्होंने इनैलो नेताओं को सवाल किया कि क्या वह पंजाब के वाहन सड़कों पर बंद कर एसवाईऐल का पानी हासिल कर लेंगे?
इसी तरह ओर भी सैंकड़ों मुसाफिर दिखाई दिए, जिन्हें बसें बंद होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ा। भटिंडा डीपू के जरनल मैनेजर सुरिन्दर सिंह का कहना था कि डूमवाली तक बस सेवा आम दिनों की तरह जारी रखी गई है। उन्होंने कहा कि भटिंडा डीपू का आज बहुत अधिक नुक्सान नहीं हुआ क्योंकि इस डीपू की एक-दो बसें ही डबवाली से आगे जातीं हैं।
गांव डूमवाली पुलिस छावनी में तबदील
भटिंडा जिले का आखिरी गांव सोमवार को इनैलो आंदोलन के कारण पुलिस छावनी में तबदील रहा। पुलिस के सीनियर अधिकारी किसी भी हंगामी स्थिति से निपटने लिए पूरा दिन मुस्तैद रहे।
जिला पुलिस प्रमुख नवीन सिंगला ने पूरे हालातों पर नजरें रखी। भटिंडा जोन व आईजी मुखविन्दर सिंह छीना का कहना था कि बसें बंद दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना होने संबंधी कोई रिपोर्ट नहीं आई है। उन्होंने बताया कि शाम चार बजे सुरक्षा दस्ते हटा लिए गए हैं व बाहर से आई फोर्स को वापिस भेज दिया गया है।
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